राहुल गांधी(America Rahul Gandhi: ) ने मंगलवार को ‘नेशनल प्रेस क्लब’ में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में लोकतंत्र को गंभीर नुकसान पहुंचाया गया, लेकिन अब यह फिर से पटरी पर लौटने की कोशिश कर रहा है।
America Rahul Gandhi: चुनाव के नतीजों पर भी सवाल उठाए
उन्होंने कहा, “मैं आपको बता सकता हूं कि पिछले वर्षों में भारतीय लोकतंत्र को बहुत नुकसान पहुंचाया गया था, लेकिन अब यह पुनः पटरी पर लौटने का प्रयास कर रहा है।” गांधी ने महाराष्ट्र में अपनी सरकार खोने की घटनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे उनके विधायकों को खरीदा गया और भाजपा में शामिल कर लिया गया। उन्होंने कहा, “इस प्रकार भारतीय लोकतंत्र खतरे में रहा है और इसे बुरी तरह से कमजोर किया गया। अब यह फिर से पटरी पर लौटने का प्रयास कर रहा है और मुझे विश्वास है कि यह फिर से मजबूत होगा।” राहुल गांधी ने चुनाव के नतीजों पर भी सवाल उठाए और कहा, “अगर आप चुनाव के नतीजों को देखें तो क्या यह आपको भारत में लोकतंत्र के लिहाज से अधिक आशान्वित करता है?” उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान उनके बैंक खातों पर रोक लगा दी गई थी, जो कि एक असमान अवसर की स्थिति पैदा करता है। उन्होंने कहा, “हमने चुनाव ऐसे समय में लड़ा जब हमारे पास धन नहीं था। चुनाव प्रचार के लिए हमें संवाद, बैठकें और प्रचार की आवश्यकता होती है।”
कहा, मानहानि के मामले में जेल की सजा पाने वाला पहला व्यक्ति मैं
गांधी ने अपने खिलाफ दर्ज मामलों का जिक्र करते हुए बताया कि वह भारतीय इतिहास में अकेले व्यक्ति हैं जिन्हें मानहानि के मामले में जेल की सजा हुई। उन्होंने बताया कि भारतीय मतदाता को अपनी सोच पर काम करने के लिए एक ढांचे की आवश्यकता होती है जो वर्तमान में उपलब्ध नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह ईश्वर से बात करते हैं और उनके पास सीधा संपर्क है।” उन्होंने मोदी द्वारा लोकसभा में शपथ लेते समय संविधान पुस्तिका को माथे से लगाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा, “यह एक दिलचस्प विरोधाभास है। एक तरफ वह संविधान को नष्ट कर रहे हैं और दूसरी तरफ भारतीय जनता ने उन्हें इसे अपने माथे से लगाने को विवश किया।”