Saturday, December 21, 2024
22.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeLATESTवर्क-फ्रॉम-होम: नए युग की कार्यशैली

वर्क-फ्रॉम-होम: नए युग की कार्यशैली

Google News
Google News

- Advertisement -

कोविड-19 महामारी ने हमारी कार्यशैली को बुनियादी रूप से बदल दिया है। वर्क-फ्रॉम-होम (WFH) अब केवल एक आवश्यकता नहीं, बल्कि एक नई जीवनशैली बन गई है। यह न केवल कंपनियों के लिए बल्कि कर्मचारियों के लिए भी नए अवसर प्रस्तुत करता है। चलिए जानते हैं इस नई कार्यशैली के फायदों और चुनौतियों को ।

वर्क-फ्रॉम-होम के लाभ

समय की बचत:
ऑफिस जाने में लगने वाला समय कई घंटों तक हो सकता है। WFH के कारण इस समय को बचाकर आप अपने व्यक्तिगत कामों या परिवार के साथ बिताने के लिए ज़्यादा समय पा सकते हैं। यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

लचीलापन:
WFH से कर्मचारियों को अपने काम के घंटों में लचीलापन मिलता है। वे अपनी सुविधानुसार काम कर सकते हैं, जैसे सुबह जल्दी या रात को देर तक। इससे काम और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बनाए रखना आसान हो जाता है।

कम खर्च:
ऑफिस जाने के लिए यात्रा, खाने और अन्य खर्चों में कमी आती है। इससे न केवल आर्थिक बचत होती है, बल्कि आप अपनी आय को बचाने और निवेश करने का भी अवसर पाते हैं।

प्रोडक्टिविटी में वृद्धि:

कई अध्ययनों से पता चला है कि घर का माहौल कई लोगों को अधिक प्रोडक्टिव बना सकता है। बिना ऑफिस के अड़चनों के, कर्मचारी अपनी प प्रायोरिटी के अनुसार काम करने में सक्षम होते हैं।

सामाजिक अलगाव:

ऑफिस का माहौल और सहकर्मियों के साथ संवाद की कमी से कुछ लोग अकेलापन महसूस कर सकते हैं। यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए चुनौती बन सकता है।

संवेदनशीलता:

घर का माहौल काम के लिए हमेशा अनुकूल नहीं होता। परिवार के अन्य सदस्यों, जैसे बच्चों या पालतू जानवरों के कारण ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है।

स्वास्थ्य समस्याएँ:

लंबे समय तक एक जगह बैठे रहने से शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जैसे पीठ दर्द, आंखों की समस्या और अन्य स्वास्थ्य संबंधित मुद्दे।

स्थिर कार्यक्षेत्र बनाएं:

अपने घर में एक विशेष स्थान को अपने काम के लिए निर्धारित करें। यह स्थान काम के लिए व्यवस्थित होना चाहिए, जिसमें एक आरामदायक कुर्सी और टेबल हो।

नियमित ब्रेक लें:

काम के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लेना ज़रूरी है। यह न केवल मानसिक थकान को दूर करता है, बल्कि आपको सक्रिय भी रखता है। हर घंटे में 5-10 मिनट का ब्रेक लें।

सामाजिक संपर्क बनाए रखें:

सहकर्मियों के साथ वीडियो कॉल और चैट के ज़रिए संवाद करते रहें। यह न केवल टीम भावना को बढ़ाता है, बल्कि आपको सामाजिक जुड़ाव भी प्रदान करता है।

रूटीन बनाए रखें:

एक निश्चित समय पर उठना, काम शुरू करना और खत्म करना महत्वपूर्ण है। इससे आपको एक रेगुलर दिनचर्या का पालन करने में मदद मिलेगी।

स्वास्थ्य का ध्यान रखें:

नियमित व्यायाम और संतुलित आहार लें। ध्यान और योग भी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

वर्क-फ्रॉम-होम एक नई जीवनशैली है, जिसमें कई लाभ और चुनौतियाँ हैं। अगर हम इस नई कार्यशैली को सही दिशा में अपनाएं, तो यह हमें एक संतुलित और प्रोडक्टिव जीवन जीने में मदद कर सकता है। अपने कार्य और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाकर, हम इस नई जीवनशैली का पूरा लाभ उठा सकते हैं।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

राम जन्मभूमि पर RTI से जुड़ी अर्ज़ी पर हाई कोर्ट ने कहा, CIC से संपर्क करें

दिल्ली हाई कोर्ट ने ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य से दायर एक आरटीआई आवेदन पर याचिकाकर्ता को...

आज ही के दिन पियरे और मैरी क्यूरी ने की थी रेडियम की खोज

इतिहास में 21 दिसंबर का दिन विज्ञान जगत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वर्ष 1898 में, इस दिन पियरे और मैरी क्यूरी ने रेडियम...

Ambedkar Congress:”आंबेडकर सम्मान सप्ताह” मनाएगी कांग्रेस

कांग्रेस ने(Ambedkar Congress:) शनिवार को घोषणा की कि वह बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान के लिए गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग...

Recent Comments