दुबई से बड़ी मात्रा में कोकीन भारत में एक कंपनी के माध्यम से भेजी गई है, जिसकी पहचान हो चुकी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ कर रही है और यह जानने का प्रयास कर रही है कि अब तक कितनी मात्रा में कोकीन भारत भेजी गई है। अब तक भारत में कुल 773 किलोग्राम कोकीन बरामद हो चुकी है। इतनी बड़ी मात्रा में कोकीन मिलने से देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं, और सभी राज्यों की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। स्पेशल सेल अब नार्को-टेरर के संभावित संबंधों की भी जांच कर रही है।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दुबई से आई कोकीन की खेप सीधे गाजियाबाद और हापुड़ के गोदामों में पहुंचाई गई थी। यहां से इसे भारत के अन्य हिस्सों में भेजने की योजना थी। दिल्ली के रमेश नगर से बरामद की गई 208 किलोग्राम कोकीन भी गाजियाबाद से लाई गई थी, जो महिपालपुर में खेप पकड़े जाने से पहले वहीं पहुंचाई गई थी। इस पूरे मामले की देखरेख कर रहा सविंदर, जो भारत आया था, खेप पकड़े जाने के बाद लंदन फरार हो गया।
पुलिस के अनुसार, लंदन में स्थित इंटरनेशनल ड्रग्स गिरोह का सरगना ही सविंदर को भारत भेजा था। जस्सी नाम के एक अन्य व्यक्ति को महिपालपुर में पकड़ी गई खेप की निगरानी के लिए भेजा गया था। जस्सी को अमृतसर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया, जब वह लंदन भागने की कोशिश कर रहा था।
इस अपराध में किराए पर ली गई एरिग्टा कार का इस्तेमाल हुआ। कार तिलक नगर के एक व्यक्ति की है, जिसने जीपीएस सिस्टम लगवा रखा है। पुलिस इस कार मालिक से भी पूछताछ कर रही है।
गाजियाबाद से भेजी गई कोकीन की दोनों खेप महिपालपुर और रमेश नगर में बरामद हुई हैं। मादक पदार्थ के सरगना वीरेंद्र बसोया ने कोकीन की डिलीवरी के बदले तुषार को तीन करोड़ रुपये प्रति कन्साइनमेंट देने की डील की थी। दुबई से बसोया ने यूके में स्थित जितेंद्र गिल को भारत भेजा था। स्पेशल सेल मुंबई में भी संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
वीरेंद्र बसोया पहले से दुबई से ड्रग्स की डीलिंग में शामिल है, और इंटरनेशनल एजेंसियां उसकी गिरफ्तारी के लिए इनपुट्स साझा कर रही हैं। पिछले साल भी उसका नाम 3,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्ती मामले में आया था।