पुणे में हाल ही में हुए एक सामूहिक बलात्कार के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 3 अक्टूबर की रात की है, जब 21 साल की एक युवती अपने पुरुष मित्र के साथ पुणे के बाहरी इलाके, बोपदेव घाट में घूमने गई थी। वहां तीन लोगों ने उसका बलात्कार किया और उसके दोस्त की भी बुरी तरह पिटाई कर दी।
पुणे पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की और 28 वर्षीय एक आरोपी को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि इस आरोपी और उसके दो फरार साथियों का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड है। इन लोगों पर चोरी के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों की पहचान करने के लिए बोपदेव घाट रोड पर स्थित एक होटल के सीसीटीवी फुटेज का इस्तेमाल किया। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई देने वाले संदिग्धों के चेहरे पीड़िता और उसके मित्र द्वारा दिए गए विवरण से मेल खाते हैं।
पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जानकारी की मदद से एक आरोपी को पहचान लिया गया था। इसके बाद, स्थानीय खुफिया जानकारी का इस्तेमाल कर उसे पकड़ लिया गया। कुमार ने यह भी बताया कि गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज है।
आरोपियों ने अपराध करने के बाद पुलिस से बचने की पूरी कोशिश की। वे सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए सतारा रोड से लगभग 80 किलोमीटर दूर खेड शिवपुर प्लाजा गए, जबकि घटनास्थल से यह जगह केवल 20 किलोमीटर की दूरी पर है। चार अक्टूबर को जब उन्हें पता चला कि पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, तो वे शहर छोड़कर भाग गए थे। हालांकि, गिरफ्तार किया गया आरोपी बाद में वापस पुणे लौट आया और पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि इस मामले में आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए लगभग 700 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। फडणवीस ने इस सफलता के लिए पुलिस को बधाई भी दी। पुलिस ने आरोपियों की जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी और कई पुलिस टीमें बनाई थीं, ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
फडणवीस ने कहा, “यह घटना बेहद शर्मनाक है, लेकिन पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी दो आरोपियों की भी पहचान हो चुकी है और उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।”