गांदरबल आतंकी हमले (Kashmir Attack) की जांच के दौरान एक कथित आतंकवादी का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें संदिग्ध एके राइफल लिए हुए फेरन पहने नजर आ रहा है। सुरक्षा एजेंसियां इस संदिग्ध की पहचान करने में जुटी हुई हैं, लेकिन अभी यह पुष्टि नहीं हुई है कि यह फुटेज हमले में शामिल आतंकवादी की है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, फुटेज (Kashmir Attack) में बंदूकधारी झोपड़ी में प्रवेश करता हुआ दिखाई दे रहा है, जो गगनगीर सुरंग निर्माण स्थल के पास का बताया जा रहा है। सुरक्षा अधिकारी इस फुटेज की प्रमाणिकता की जांच कर रहे हैं। राइफल पर नीले रंग का निशान है, जो संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ा हो सकता है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि पीर पंजाल क्षेत्र (Kashmir Attack) में सुरक्षाबलों पर हमलों में आतंकियों ने इसी प्रकार की राइफलों का इस्तेमाल किया था। हमले में बचे लोगों का कहना है कि हमलावरों ने अपने चेहरे ढक रखे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल एकत्रित साक्ष्यों पर जल्दबाजी में टिप्पणी करना उचित नहीं होगा, क्योंकि इससे आगे की जांच प्रभावित हो सकती है। पुष्टि होने पर संबंधित जानकारी साझा की जाएगी।
गोलाबारी में सात की मौत, टीआरएफ ने ली जिम्मेदारी
गांदरबल के सोनमर्ग के पास गगनगीर क्षेत्र में सुरंग निर्माण कर रही कंपनी में काम करने वाले मजदूरों पर रविवार रात आतंकियों ने हमला किया, जिसमें छह मजदूरों और एक डॉक्टर की हत्या कर दी गई। कुछ अन्य मजदूर घायल भी हुए हैं, जिनमें पांच प्रवासी मजदूर शामिल हैं। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-ताइबा के सहयोगी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है।
आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की गांदरबल (Kashmir Attack) के गगनगीर गुंड क्षेत्र में सुरंग बना रही कंपनी एप्को के कर्मचारियों के शिविर पर पहुंचकर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में मौके पर ही दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में एक कश्मीरी डॉक्टर और चार अन्य मजदूर शामिल थे, जिनमें से इलाज के दौरान कुछ की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान डॉ. शाहनवाज और मजदूरों फहीम नजीर, कलीम, मोहम्मद हनीफ, शशि अबरोल, अनिल शुक्ला और गुरमीत सिंह के रूप में की गई है। इनमें से गुरमीत पंजाब, अनिल मध्य प्रदेश और हनीफ, कलीम व फहीम बिहार के निवासी थे।