कुमुद विहार में आयोजित हनुमंत कथा में बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वक्फ बोर्ड को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश में या तो वक्फ बोर्ड बंद होना चाहिए या फिर सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए। साथ ही उन्होंने राजनीति में धर्म का उपयोग वोट बैंक के लिए नहीं होने की बात कही।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि कुंभ में गैर हिंदुओं की दुकान लगती है, जो नहीं लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस हनुमंत कथा का मुख्य उद्देश्य देश के हिंदू समाज में व्याप्त जाति-पाति को खत्म करना है, ताकि हिंदुओं का आपसी बिखराव खत्म हो और वो एक हो। साथ ही पिछड़ों को आगे आने का मौका मिले। इससे राष्ट्र समृद्ध होगा।
उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के बयान पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि रक्षा करने की सभी को आवश्यकता है। यह केवल संघ का ही दायित्व नहीं है, बल्कि भारत में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार है कि वो अपनी संस्कृति, परिवार की रक्षा करे।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने सनातन बोर्ड के गठन को लेकर कहा कि देश में वक्फ बोर्ड है तो सनातन बोर्ड क्यों नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या हम वोट नहीं देते हैं? सनातन बोर्ड का इसलिए गठन होना चाहिए, क्योंकि वक्फ बोर्ड बनाकर कहते हैं कि देश की संसद और मंदिर वक्फ बोर्ड की जमीन पर है। कल के दिन हमारे मकान भी वक्फ बोर्ड ले लेगा या तो देश में वक्फ बोर्ड बंद हो या सनातन बोर्ड का गठन हो।