मध्य-पूर्व के दो प्रमुख पक्षों इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच चल रही संघर्ष की स्थिति एक बार फिर गंभीर हो गई है। ताजा जानकारी के अनुसार, हिजबुल्ला ने एक बार फिर इस्राइली उपनगरों को निशाना बनाया है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि लगभग 165 रॉकेट हाइफा और उसके आसपास के उपनगरों में हिजबुल्ला द्वारा दागे गए हैं। इस हमले में कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है। हिजबुल्ला का दावा है कि उसने हाइफा के उत्तर में स्थित जेवुलोन सैन्य उद्योग बेस पर मिसाइल हमले किए हैं, साथ ही एकर शहर के उत्तर में श्रागा बेस और क्रेयोट क्षेत्र में भी मिसाइलों की बौछार की गई है।
यह ताजा हमला ऐसे समय में हुआ है, जब एक दिन पहले ही इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू ने स्वीकार किया कि लेबनान की राजधानी बेरुत में हाल ही में हुए पेजर धमाकों में इस्राइल का हाथ था। नेतन्याहू के प्रवक्ता ओमर दोस्तरी ने मीडिया को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री ने रविवार को पुष्टि की कि उन्होंने लेबनान में पेजर अभियान को स्वीकृति दी थी। इस अभियान का उद्देश्य सुरक्षा कारणों से था।
पेजर धमाके और हिजबुल्ला का आरोप
पेजर धमाकों का निशाना बने हिजबुल्ला ने इस हमले का जिम्मेदार इस्राइल को ठहराया है। इन धमाकों में लगभग 40 लोगों की जान चली गई थी और तीन हजार से अधिक लोग घायल हुए थे। हिजबुल्ला और ईरान का दावा है कि इन हमलों का उद्देश्य हिजबुल्ला को कमजोर करना और उसकी संचार प्रणाली को बाधित करना था। दरअसल, हिजबुल्ला के सदस्य पेजर उपकरणों का इस्तेमाल आपसी संवाद के लिए करते थे ताकि इस्राइल की ट्रैकिंग से बचा जा सके। इन उपकरणों को नष्ट कर इस्राइल ने हिजबुल्ला की ताकत पर बड़ा हमला किया है।
हिजबुल्ला का जवाबी हमला और संघर्ष की तीव्रता
हिजबुल्ला ने पेजर हमलों के जवाब में हाइफा, जेवुलोन, श्रागा और क्रेयोट जैसे इलाकों पर मिसाइल हमले किए। इस प्रकार के जवाबी हमलों से दोनों पक्षों के बीच तनाव और बढ़ गया है। यह संघर्ष अक्टूबर 2023 से चला आ रहा है। हिजबुल्ला ने इस्राइल पर किए गए हमलों को गाजा के घिरे हुए फलस्तीनियों के समर्थन में बताया है। उनके अनुसार, वे गाजा के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने और फलस्तीनी मुद्दे की ओर अंतर्राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने के लिए यह संघर्ष कर रहे हैं।
गाजा युद्ध और बढ़ते नुकसान
इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच जारी यह युद्ध केवल लेबनान तक सीमित नहीं है। गाजा में इस्राइली हमलों में अब तक करीब 3,189 लोग मारे गए हैं और 14,078 लोग घायल हुए हैं। इस्राइल ने गाजा में भी अपनी सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है, जिसका प्रभाव लेबनान और आसपास के देशों में भी देखा जा सकता है। हिजबुल्ला का मानना है कि गाजा पर हो रहे इस्राइली हमले मानवीयता के विरुद्ध हैं और इन्हें रोकने के लिए वे संघर्ष करने को तैयार हैं।
आगे की स्थिति और तनाव का भविष्य
इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच बढ़ते तनाव से क्षेत्रीय स्थिरता पर खतरा मंडरा रहा है। हिजबुल्ला के जवाबी हमलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह संघर्ष जल्दी समाप्त होने वाला नहीं है। इसके अलावा, इस्राइल की ओर से लेबनान और गाजा में की जा रही कार्रवाई से इस क्षेत्र में अशांति और भय का माहौल है।
यह युद्ध न केवल मध्य-पूर्व की राजनीति को प्रभावित कर रहा है बल्कि दुनिया भर के देशों को भी इस स्थिति पर विचार करने पर मजबूर कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की ओर से इस विवाद को सुलझाने की दिशा में कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता है ताकि दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित की जा सके और नागरिकों को हो रही हानि को रोका जा सके।