संजय मग्गू
हरियाणा में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आधा नवंबर बीतने जा रहे है, लेकिन डेंगू के मच्छरों का प्रकोप कम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। पिछले वर्षों में नवंबर के महीने में डेंगू का प्रकोप काफी कम हो जाता था क्योंकि मौसम ठंडा हो जाता था। ठंडक में मच्छरों का प्रकोप काफी हद तक कम हो जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है क्योंकि नवंबर महीने में भी अभी तक ठीक से ठंड नहीं आई है। इसका कारण जलवायु परिवर्तन को माना जा रहा है। इसके बावजूद यह भी सही है कि डेंगू के मामले में प्रशासन स्तर पर भी लापरवाही बरती गई है। डेंगू के सबसे ज्यादा रोगी आम तौर पर सितंबर-अक्टूबर में ही पाए जाते हैं। इन दिनों बरसात होती है और डेंगू को पनपने के लिए सर्वाधिक अनुकूल मौसम होता है। हरियाणा में इस सीजन में मंगलवार को सबसे ज्यादा 149 केस पाए गए। इससे एक दिन पहले नए मरीजों की संख्या 76 थी। इतनी बड़ी मात्रा में मरीजों के मिलने का मतलब है कि प्रशासन ने या तो फॉगिंग नहीं कराई या फिर लोगों ने लापरवाही बरती और अपने घरों के आसपास पानी जमा होने दिया। घरों में कूलर, कबाड़ आदि की अच्छी तरह सफाई नहीं की। सिंतबर-अक्टूबर में चुनाव के चलते सैनी सरकार का ध्यान शायद कम ही गया हो, लेकिन यह तो स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी थी कि वह हर जगह फॉगिंग करवाए। फॉगिंग मशीनों को चुस्त-दुरुस्त रखे। अब जब प्रदेश में डेंगू का प्रकोप बढ़ चला है, तब स्थानीय प्रशासन जागा है। कई जगह फॉगिंग की जा रही है। उस पर हालत यह है कि प्रदेश की आधी से ज्यादा फॉगिंग मशीनें खराब पड़ी हैं। संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही का यह साक्षात सुबूत है। प्रदेश में अब तक स्वास्थ्य विभाग 1,13,667 लोगों के रक्त का सैंपल ले चुका है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 3.80 करोड़ घरों की जांच की है। इनमें से दो लाख घरों में डेंगू के लार्वा पाए गए हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि दो लाख घरों में डेंगू के लार्वा पनपते रहे और लोग इससे बेखबर रहे। ऐसी हालत में डेंगू के मरीज बढ़ेंगे ही। इसमें कोई दो राय नहीं है कि स्थानीय निकाय और स्वास्थ्य विभाग ने फॉगिंग और छिड़काव करने में लापरवाही बरती, लेकिन लोगों ने भी तो ध्यान नहीं दिया। यदि समुचित रूप से ध्यान दिया गया होता तो दो लाख से अधिक घरों में डेंगू के लार्वा नहीं पाए जाते। हालांकि यह भी सही है कि जैसे-जैसे मौसम बदलता जाएगा, डेंगू का प्रकोप कम होता जाएगा। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हाथ पर धरे बैठे रहा जाए। डेंगू का प्रकोप अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि जागरूक रहें और अपने घर के आसपास सफाई रखें।
टला नहीं है डेंगू के प्रकोप का खतरा, लापरवाही ठीक नहीं
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