Sanjay Maggu
किसानों व सरकार के बीच भले ही लाख विरोधाभास की बातें कही जाती हों तथा कुछ स्वयंभू किसान संगठन, किसान नेता व विपक्षी राजनीतिक दल कितनी भी बातें करें लेकिन यथार्थ में हरियाणा सरकार किसानों के साथ खड़ी नजर आती है। शुक्रवार को गुरु नानक देव जी के 555 वें प्रकाश उत्सव के मौके पर भी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दो लाख 62 हजार किसानों के खाते में 300 करोड रुपए की बोनस राशि ट्रांसफर की। इससे पहले भी किसानों को बोनस राशि की एक किस्त जारी की जा चुकी है तथा अगली तीसरी किस्त भी जल्दी जारी कर दी जाएगी। यह बोनस राशि हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को कम बारिश होने के कारण पढ़ने वाले वित्तीय बोझ के चलते सहायता के रूप में दी जा रही है। किसानों को इस एवज में 2000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से बोनस राशि देने का सरकार ने ऐलान किया था। फसल खराबे व प्राकृतिक आपदा के चलते किसान को होने वाली वित्तीय जोखिम के तहत दी जाने वाली सहायता राशि की अगर पिछली सरकारों के साथ तुलना करें तो 2005 से 2014 की भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में 1158 करोड रुपए की राशि दी गई थी। जबकि, 2014 से अब तक भाजपा सरकार 14860.29 करोड़ रुपये की फसल खराबा व क्षतिपूर्ति राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर कर चुकी है। इसके साथ ही क्योंकि किसान व आढ़तिया का कृषि के क्षेत्र में चोली दामन का साथ है इसी सोच के साथ हरियाणा सरकार ने आढ़तियों का भी कमीशन बढ़ाया है पहले जहां आढ़ती को 46 रुपये प्रति क्विंटल कमीशन मिलता था इसे बढ़ाकर अब 55 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। पारंपरिक खेती प्रणाली के साथ-साथ सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती की तरफ भी अग्रसर होने को प्रेरित कर रही है। इस योजना के तहत अभी तक 23776 किसानों ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है जिनमें से 9910 किसानों का सत्यापन कार्य भी पूरा हो चुका है कर लिया गया है। जमीन की सेहत ठीक रहे तथा उपजाऊ क्षमता बनी रहे इसके लिए हरियाणा सरकार ने 40 लाख किसानों को मृदा सेहत कार्ड वितरित करने की योजना भी शुरू की है योजना के तहत किसानों को अपने मोबाइल के व्हाट्सएप नंबर पर मृदा 30 सेहत संबंधी सारी जानकारी उपलब्ध रहेगी।