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चॉल की नीरू से बनीं बॉलीवुड की ड्रामा क्वीन: राखी सावंत की कंट्रोवर्सी और संघर्ष भरी कहानी

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बॉलीवुड की “ड्रामा क्वीन” और कंट्रोवर्सी की मल्लिका राखी सावंत आज 46 साल की हो गई हैं। मुंबई के चॉल में एक गरीब परिवार में जन्मी नीरू भेड़ा का सफर संघर्षों और विवादों से भरा रहा है। बचपन में नीरू पर इतनी पाबंदियां थीं कि उन्हें बाहर खेलने तक की इजाजत नहीं थी। लेकिन जब कमाई की बात आई, तो परिवार ने उन्हें रोकना छोड़ दिया।

10 साल की उम्र में वेट्रेस बनीं नीरू
राखी ने महज 10 साल की उम्र में घर चलाने के लिए काम करना शुरू कर दिया था। बिजनेस टाइकून अनिल अंबानी और टीना मुनीम की शादी में वेट्रेस का काम कर उन्होंने रोज़ाना 50 रुपये कमाए। इस छोटी उम्र में ही उन्होंने तय कर लिया कि उन्हें गरीबी से बाहर निकलना है।

चॉल से बॉलीवुड तक का सफर
मुंबई की चॉल से बाहर निकलकर राखी ने इंडस्ट्री में कदम रखने के लिए अपना घर छोड़ दिया। लेकिन यहां भी उनके लिए सफर आसान नहीं था। शुरुआती दिनों में कास्टिंग काउच जैसी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। साल 1997 में उन्हें पहली बार फिल्म अग्निचक्र में काम मिला। इस दौरान नीरू ने अपना नाम बदलकर रूही रखा, लेकिन बाद में राखी सावंत के नाम से अपनी पहचान बनाई। सावंत उनके सौतेले पिता का टाइटल है।

कंट्रोवर्सी की मल्लिका
राखी ने न केवल अपनी एक्टिंग और डांस से बल्कि अपने बेबाक बयानों और हरकतों से भी खूब सुर्खियां बटोरीं। मीका सिंह का ‘किस कांड’ आज भी लोगों की जुबान पर है। उनका रियलिटी शो राखी का स्वयंवर भी विवादों में रहा। अभिषेक अवस्थी से उनका रिश्ता और फिर पब्लिक में विवाद, पंजाब पुलिस द्वारा कथित गिरफ्तारी—राखी की जिंदगी हमेशा चर्चा में रही।

एंटरटेनमेंट की परिभाषा
राखी ने कई फिल्मों और आइटम सॉन्ग्स में काम किया, लेकिन उनका असली टैलेंट लोगों को एंटरटेन करना है। चाहे स्टेज हो या सोशल मीडिया, राखी सावंत का हर अंदाज फैंस को हंसाता और हैरान करता है।

आज राखी सावंत न केवल एक नाम हैं, बल्कि एक ब्रांड हैं। उनकी जिंदगी यह दिखाती है कि संघर्ष और मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।

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