भारत और विश्व के इतिहास में 31 दिसंबर (December 31) की तारीख का विशेष स्थान है। यह वही दिन है जब वर्ष 1600 में इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ प्रथम ने ईस्ट इंडिया कंपनी के पंजीकरण के लिए शाही फरमान जारी किया था। इस कंपनी का उद्देश्य पूर्वी एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया और भारत के साथ व्यापार करना था। प्रारंभ में मसालों के व्यापार के लिए स्थापित इस कंपनी ने धीरे-धीरे भारत में अपने व्यापार का विस्तार किया और ब्रिटिश साम्राज्यवादी हितों की पूर्ति करते हुए देश पर शासन स्थापित कर दिया। इसके कारण भारत को लंबे समय तक गुलामी का दंश झेलना पड़ा।
इस दिन से जुड़ी अन्य ऐतिहासिक घटनाएं इस प्रकार हैं:
- 1802: पेशवा बाजीराव द्वितीय ने ब्रिटिश संरक्षण स्वीकार किया।
- 1857: महारानी विक्टोरिया ने ओटावा को कनाडा की राजधानी घोषित किया।
- 1929: लाहौर में महात्मा गांधी और कांग्रेस ने आधी रात को ‘पूर्ण स्वराज’ का संकल्प लिया।
- 1943: ऑस्कर विजेता अभिनेता बेन किंग्सले का जन्म। उन्होंने 1982 की फिल्म ‘गांधी’ में मुख्य भूमिका निभाई।
- 1972: प्रसिद्ध बेसबॉल खिलाड़ी रॉबर्टो क्लेमेंट की विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई। वे निकारागुआ के भूकंप पीड़ितों के लिए राहत सामग्री ले जा रहे थे।
- 1999: अपहृत इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 सात दिन बाद आतंकवादियों के कब्जे से मुक्त हुई। विमान में सवार सभी 190 यात्री सुरक्षित बचाए गए।
- 1999: अमेरिका ने पनामा नहर का नियंत्रण औपचारिक रूप से पनामा को सौंप दिया।
- 2004: ताइवान की राजधानी ताइपे में 508 मीटर ऊंची इमारत का उद्घाटन हुआ, जिसे उस समय दुनिया की सबसे ऊंची इमारत माना गया।
- 2004: अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में एक नाइट क्लब में आग लगने से 175 लोगों की मौत हो गई।
- 2014: चीन के शंघाई में नववर्ष की पूर्व संध्या पर भगदड़ में 36 लोगों की मौत और 49 लोग घायल हुए।
31 दिसंबर न केवल ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह है, बल्कि यह समय बीते साल की उपलब्धियों का मूल्यांकन और नए साल के संकल्पों का आरंभ करने का भी प्रतीक है।