प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 के (MAHAKUMBH2025:)लिए तैयारियां जोरों पर हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का मिलन) के आसपास होने वाले 45 दिवसीय इस भव्य आयोजन में लगभग 35 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि मौनी अमावस्या के दौरान 4-5 करोड़ भक्तों के पहुंचने का अनुमान है।
मुख्य (MAHAKUMBH2025:)सचिव ने जानकारी दी कि इस बार आयोजन का बजट लगभग 7,000 करोड़ रुपये है, जो 2019 के कुंभ से दोगुना है। मेला क्षेत्र का दायरा भी 25% बढ़ाकर 4,000 हेक्टेयर कर दिया गया है, जबकि 2019 में यह 3,200 हेक्टेयर था। मेले को 25 सेक्टरों में विभाजित किया गया है और घाटों की लंबाई 8 किमी से बढ़ाकर 12 किमी कर दी गई है।मुख्य सचिव ने कहा कि 2019 का कुंभ स्वच्छता के लिए जाना गया था। इस बार इसे स्वच्छता, सुरक्षा और डिजिटल सुविधाओं के साथ एक नई पहचान दी जा रही है।
सुविधाओं में बड़ा विस्तार
- पार्किंग क्षेत्र: 1,291 हेक्टेयर से बढ़ाकर 1,850 हेक्टेयर।
- पोंटून पुल: 22 से बढ़ाकर 30।
- सड़क नेटवर्क: 299 किमी से बढ़ाकर 450 किमी से अधिक।
- कल्पवासी: 2019 में 10 लाख से बढ़कर 2025 में 15-20 लाख।
55 से अधिक पुलिस थाने स्थापित किए गए हैं।
- लगभग 45,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी।
- सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए विशेष परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं।
डिजिटल महाकुंभ
इस बार महाकुंभ को तकनीकी रूप से अधिक उन्नत बनाया गया है।
- पूरे मेले में 3,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
- एकीकृत नियंत्रण और कमान केंद्र (आईसीसीसी) को और मजबूत किया गया है।
महाकुंभ में(MAHAKUMBH2025:) छह महत्वपूर्ण स्नान तिथियां हैं, जिन पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इन दिनों वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होंगे। मुख्य सचिव ने बताया कि इन दिनों वीवीआईपी को आमंत्रित नहीं किया जाएगा।2019 के कुंभ में 55-60 देशों के नागरिकों ने हिस्सा लिया था। इस बार भी विदेशी नागरिकों और राजदूतों के लिए 30 जनवरी को विशेष दौरे का आयोजन किया गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और एनडीएमए के साथ मिलकर आपदा प्रबंधन की व्यापक व्यवस्था की गई है। ‘आपदा मित्र’ को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है।महाकुंभ 2025 के आयोजन से श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव देने के लिए सभी स्तरों पर तैयारियां की जा रही हैं, जो इस ऐतिहासिक आयोजन को और अधिक भव्य और यादगार बनाएंगी।