कड़ाके की ठंड (mahakumbh 2025:)के बावजूद, श्रद्धालुओं ने बुधवार को महाकुंभ के त्रिवेणी संगम में पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ डुबकी लगाई। “हर हर महादेव,” “जय श्री राम,” और “जय गंगा मैया” के गगनभेदी जयकारों के बीच संगम पर स्नान का अनोखा दृश्य देखने को मिला।
इससे पहले, मंगलवार को(mahakumbh 2025:) मकर संक्रांति के अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के संतों ने महाकुंभ में पहला अमृत स्नान किया। इस विशेष दिन पर करीब 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। साधु-संतों ने पारंपरिक हथियारों और वाद्ययंत्रों के साथ प्रदर्शन कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। भालेबाजी, तलवारबाजी, और डमरू वादन जैसी गतिविधियां सदियों पुरानी परंपराओं का जीवंत प्रतीक रहीं। पुरुष नागा साधुओं के साथ-साथ महिला नागा संन्यासियों की भी उल्लेखनीय उपस्थिति रही। महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक जारी रहेगा।