हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने शनिवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोहर लाल बडोली के खिलाफ सामूहिक बलात्कार के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बडोली को तब तक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए जब तक वह मामले में बेकसूर साबित नहीं हो जाते। विज का मानना है कि पार्टी की ‘पवित्रता’ बनाए रखने के लिए यह कदम उठाना आवश्यक है।
यह मामला हिमाचल प्रदेश के कसौली के एक होटल से जुड़ा है, जहां एक महिला ने आरोप लगाया कि बडोली और गायक रॉकी मित्तल ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। महिला ने यह भी दावा किया कि आरोपियों ने घटना का वीडियो बनाया और उसे धमकी दी कि यदि उसने किसी को इस घटना के बारे में बताया तो उसे जान से मार देंगे। पुलिस ने इस मामले में दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
मंत्री अनिल विज ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि हिमाचल प्रदेश पुलिस की जांच में बडोली निर्दोष साबित होंगे, लेकिन जब तक वह बेकसूर नहीं साबित होते, तब तक उन्हें पार्टी की ‘पवित्रता’ को बनाए रखने के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए। विज ने कहा, “जब तक हिमाचल पुलिस उन्हें निर्दोष साबित नहीं कर देती है, उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।”
गौरतलब है कि बडोली ने पहले दावा किया था कि वह इस मामले में बेकसूर हैं। उन्होंने अपनी सफाई दी थी और आरोपों का खंडन किया था। बडोली, जो जुलाई 2023 में भाजपा हरियाणा इकाई के अध्यक्ष बने थे, ने यह भी कहा था कि वह पुलिस की जांच का सामना करेंगे और उम्मीद जताई कि वह जल्द ही निर्दोष साबित होंगे।
इस मामले में हिमाचल प्रदेश पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 डी (सामूहिक बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है। यह घटना पिछले साल जुलाई में हुई थी, जब महिला और उसके दोस्त ने आरोपियों से मुलाकात की थी और बाद में आरोपियों के साथ एक कमरे में गए थे। आरोपियों ने महिला को शराब पीने के लिए मजबूर किया और फिर उसके साथ बलात्कार किया।
इस पूरे घटनाक्रम ने भाजपा के भीतर विवाद खड़ा कर दिया है और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इस मामले में कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।