JDU withdraws support from BJP government: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भाजपा को मणिपुर में बड़ा झटका दिया है। जेडीयू ने मणिपुर में भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। मणिपुर की 60 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा के पास 37 सीटें हैं, लेकिन जेडीयू के पास एक सीट थी, जो अब भाजपा से अलग हो गई है। यह कदम मणिपुर में करीब दो साल से चल रहे संघर्ष के बीच लिया गया है, जहां भाजपा पहले ही कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्षी दबाव झेल रही है।
जेडीयू ने मणिपुर में अपने प्रदेश अध्यक्ष वीरेन सिंह को भी पद से हटा दिया है। मणिपुर में भाजपा की सरकार अपने दम पर है, जबकि अन्य दलों के पास कुछ सीटें हैं। जेडीयू को पहले मणिपुर विधानसभा चुनाव में 6 सीटें मिली थीं, लेकिन उसके 5 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। अब जेडीयू का एकमात्र विधायक अब्दुल नासिर भी विपक्ष में बैठने का फैसला कर चुका है।
हालांकि जेडीयू का समर्थन वापस लेने से भाजपा की सरकार को कोई खतरा नहीं है, लेकिन इस फैसले का राजनीतिक असर दूरगामी हो सकता है। खासकर बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और यह कदम भाजपा पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा सकता है।
मणिपुर में भाजपा के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह पर लगातार हिंसा को नियंत्रित न करने के आरोप लगते रहे हैं, और विपक्ष उन्हें हटाने की मांग कर रहा है। मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच लंबे समय से हिंसा जारी है, जो गुवाहाटी हाई कोर्ट के फैसले के बाद बढ़ी, जिसमें मैतेई समुदाय को आदिवासी इलाकों में बसने की अनुमति दी गई थी।