महाराष्ट्र के पुणे में एक अज्ञात बीमारी ने सबको चिंता में डाल दिया है। इस बीमारी का नाम गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) है, जो एक दुर्लभ और गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारी है। इस बीमारी के कारण पुणे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 16 अन्य वेंटिलेटर पर हैं ।
यह बीमारी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट की मौत का कारण भी बनी थी। उनके कमर के नीचे के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था और पहले इसे पोलियो से जोड़ा गया था, लेकिन बाद में शोध से पता चला कि उनकी मौत का असली कारण गुलेन बैरी सिंड्रोम था ।
गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक ऑटोइम्यून न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें इम्यून सिस्टम अपनी ही नर्व्स पर हमला करता है। यह बीमारी पेरिफेरल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है, जिससे मांसपेशियों तक सिग्नल पहुंचने में दिक्कत होती है ।
इस बीमारी के लक्षणों में हाथों-पैरों में झुनझुनी, कमजोरी, पैर में कमजोरी, चलने-फिरने में समस्या, बोलने, चबाने या खाना निगलने में परेशानी, डबल विजन या आंखों को हिलाने में कठिनाई, खासकर मांसपेशियों में तेज दर्द, पेशाब और मल त्याग में समस्या, और सांस लेने में परेशानी शामिल हैं ।
पुणे में इस बीमारी के बढ़ते मामलों के कारण स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। सरकार ने पुणे के कुछ क्षेत्रों में मुफ्त चिकित्सा सेवाएं देने का ऐलान किया है और लोगों को इस बीमारी के लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है ।