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हरियाणा में अवैध खनन रोकने को सैनी सरकार ने कसी कमर

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संजय मग्गू
हरियाणा में अवैध खनन एक बड़ी समस्या के रूप में उभरकर सामने आया है। प्रदेश में कई दशकों से नदियों, पहाड़ी इलाकों में अवैध खनन हो रहा है। कुछ मामलों में स्थानीय प्रशासन जानबूझकर अनदेखी करता है, तो कुछ मामलों में उनका स्वार्थ होता है। हालांकि यह भी सही है कि ऐसे मामलों की संख्या बहुत कम होती है। प्रदेश में अवैध खनन का हाल यह है कि अरावली पर्वत श्रंखला की बीस प्रतिशत पहाड़ियां पिछले तीस चालीस साल में खत्म ही हो गई हैं। इसके चलते पर्यावरणीय संकट पैदा होने की आशंका है। इन सब परिस्थितियों को देखते हुए सैनी सरकार ने अवैध खनन रोकने के लिए त्रिस्तरीय सिस्टम तैयार करने का निर्देश दिया है। प्रदेश में अवैध खनन रोकने के लिए जिला टास्क फोर्स, खनन विभाग और पुलिस तथा एनफोर्समेंट विंग को मिलकर अवैध खनन रोकने की जिम्मेदारी दी गई है। इस त्रिस्तरीय व्यवस्था की देखरेख की जिम्मेदारी खनन विभाग के महानिदेशक केएस पांडुरंग को दी गई है। प्रदेश सरकार ने दो साल पहले सात जिलों को हाई, चार जिलों को मीडियम और पांच जिलों को लो जोन में रखा था। हाईजोन में नूंह, पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नारनौल, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, भिवानी, सोनीपत और यमुनानगर जिले आते हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा अवैध खनन इन्हीं जिलों में होता है। यदि प्रदेश सरकार इन जिलों में अवैध खनन रोकने में कामयाब हो गई, तो प्रदेश में अवैध खनन को पूरी तरह से रोका जा सकता है। लेकिन इन जिलों में खनन माफियाओं ने अपनी जड़ें काफी गहराई से जमा ली है। वह तो पुलिस अधिकारियों की हत्या करने से भी नहीं चूकते हैं। जुलाई 2022 को नूंह के पंचगाव में अवैध खनन रोकने गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई पर खनन माफिया ने डंपर चढ़ाकर उनकी हत्या कर दी थी। इस घटना को लेकर प्रदेश स्तर पर काफी गहमागहमी हुई थी, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। कहा जाता है कि हरियाणा के पहाड़ी क्षेत्र, पिंजौर और मोरनी में अवैध खनन का बहुत बड़ा खतरा बना हुआ है। इन इलाकों में बहुत तेजी से अवैध खनन हो रहा है। पुलिस-प्रशासन इन इलाकों में अवैध खनन रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन अपेक्षित सफलता नहीं मिल रही है। यदि यहां के हालात में सुधार नहीं हुआ, तो अवैध खनन के चलते पहाड़ी क्षेत्र के पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है। वैसे हरियाणा राज्य एनफोर्समेंट ब्यूरो ने अवैध खनन करने वालों पर जनवरी माह में 238 मुकदमे दर्ज किए हैं। अवैध खनन में 136 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। ब्यूरो की टीमों ने मिट्टी, रेत व बजरी का अवैध खनन करने को लेकर 582 जगहों पर रेड की और 258 वाहनों को जब्त किया है।

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