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राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने पूर्व राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्य तिथि पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

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खुशी गौड़, देश रोजाना

चण्डीगढ़। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने वीरवार को हरियाणा राजभवन में भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्य तिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि युवाओं को डा. कलाम के जीवन चरित्र से शिक्षा लेकर राष्ट्र के नव निर्माण के लिए और अधिक कार्य करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि डा. कलाम अपने जीवन में सदैव संघर्ष करते हुए आगे बढ़े और देश के नव निर्माण में ही नहीं बल्कि विज्ञान के क्षेत्र में भी नई बुलंदियों को हासिल करते हुए देश को ऊचांइयों पर ले जाने के लिए कार्य किया। आज पूरा देश उन्हें याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा है।

हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत रत्न डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 तक प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ.) के सचिव के रूप में भी कार्य किया। इस अवधि के दौरान पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण आयोजित किए गए जिसमें उन्होंने एक गहन राजनीतिक और तकनीकी भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि डा. कलाम ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ.) मे मिसाइल और नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम जैसे सैन्य उपकरण विकसित करने का महान कार्य किया जिसके फलस्वरूप उन्हें भारत के मिसाइल मैन की उपमा से सुशोभित किया गया। तभी से डा. कलाम को मिसाइल मैन के नाम से भी जाना और पहचाना जाता है।

डा0 कलाम को 2002 में भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। वह राष्ट्रपति के अपने एक कार्यकाल के बाद शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों को हासिल करने का गौरव प्राप्त था। इस अवसर पर राज्यपाल हरियाणा के सचिव अतुल द्विवेदी, ए.डी.सी (पी), अर्श वर्मा, संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह, ओ.एस.डी बखविंदर सिंह, कंपट्रोलर एवं निदेशक जगन्नाथ बैंस सहित अन्य अधिकारीगणों ने भी डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

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