दिल्ली में होने वाले जी-20 सम्मेलन के होने में लगभग डेढ़ महीना बचा है। ऐसे में दिल्ली एयरपोर्ट और उसके आसपास के इलाके को सुरक्षा के इंतजाम से चाक-चौबंद किया जा रहा है, सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस सीआईएसएफ ट्रैफिक पुलिस और डायल की संयुक्त टीम ने एक सर्वे किया है, जिसमें करीब 200 जगह ऐसी पाई गई है जहां सीसीटीवी कैमरे लगाने की सख्त जरूरत है। 250 ऐसे कैमरे लगाए जाने चाहिए जो आठ से दस साल पुराने हो चुके हैं। उन्हें बदलने की जरूरत है खबरें ऐसी आ रही है कि जी-20 सम्मेलन में विदेश से आने वाले मेहमानों को सबसे पहले आईजीआई एयरपोर्ट से ही रूबरू होंगें। यहीं से सारे गेस्ट वहां जाएंगे जहां उनके ठहरने की व्यवस्था होगी। ऐसे में एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त को लेकर एयरपोर्ट के आसपास के इलाके का सर्वे किया गया। आपको बता दें 250 कैमरे ऐसे हैं जो 8 से 10 साल पुराने हो चुके हैं और जिन्हें तुरंत ही बदलने की जरूरत है इसके अलावा 7000 कैमरे एयरपोर्ट के अंदर लगे हुए हैं, 12100 सीसीटीवी कैमरे एयरपोर्ट की सभी पार्किग में लगे हुए हैं, 3000 कैमरे एयरपोर्ट के बाहर क्षेत्रों में लगे हुए हैं, वहीं 4000 सीसीटीवी कैमरे एयरोसिटी होटल में लगे हुए हैं और ढाई सौ सीसी टीवी कैमरे एरो सिटी में सड़कों पर लगे हुए हैं।सर्वे के मुताबिक एयरपोर्ट पर 200 नई जगह ऐसी पाई गई है जहां कैमरे लगाए जाएंगे।