रेवाड़ी। मेवात के नूंह जिले में गत दिवस भगवा यात्रा पर उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले के विरोध में आज जिले के लोग विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के नेतृत्व में पर उतर आए। लोगों ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उपद्रव फैलाने वाले लोगों तथा यात्रा में शामिल लोगों की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मचारियों द्वारा कथित रूप से लोगों को मरने के लिए छोड़ने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया तथा सरकार के नाम एसडीएम होशियारसिंह को ज्ञापन सौंपा।
गौरतलब है कि गत दिवस विहिप व बजरंग दल के नेतृत्व में नूंह में भगवा यात्रा पहुंची थी कि वहां एक उपद्रवियों ने उन पर पथराव कर दिया था। इतना ही नहीं यात्रा में शामिल लोगों पर गोलियां भी चलाई गई, जिसमें जहां कई जानें चली गई, वहीं बहुत से लोग भी घायल हो गए थे। इसी के विरोध में आज जिले के लोग सड़क पर उतर आए। विहिप, बजरंग दल व अन्य लोगों ने रोष प्रकट करते हुए जुलूस निकाला तथा जिला सचिवालय पहुंचकर सरकार के नाम एसडीएम होशियारसिंह को ज्ञापन सौंपा।
एसडीएम ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सम्मान पूर्वक सरकार तक पहुंचाया जाएगा। एसडीएम ने आमजन से शांति व भाईचारा बनाए रखने की अपील भी की। इधर ज्ञापन सौंपने से पहले विहिप के जिला प्रधान राधेश्याम मित्तल ने जिला सचिवालय में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह बेहद दुख की बात है कि यात्रा की सुरक्षा के लिए वहां पहले से पुलिस बल तैनात था, लेकिन जब उपद्रवियों ने यात्रा में शामिल लोगों पर पथराव व गोलियां बरसाई तो उस समय सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मचारी अधिकारी मौके से भाग खड़े हुए है ।
वे यात्रा में शामिल लोगों को बचाने की बजाय अपने आप को बचाने में लगे रहे, जिससे उपद्रवियों के हौंसले इतने बुलंद हो गए कि उन्होंने न केवल गोलियां चलाई, बल्कि वहां खड़ी गाडिय़ों को भी आग के हवाले कर दिया। उपद्रवियों ने उस क्षेत्र को रणक्षेत्र में बदल दिया। उपद्रवियों द्वारा चलाई गई गोलियों से रेवाड़ी के भी दो लोग घायल हो गए। मित्तल ने कहा कि जिस प्रकार से वहां से पुलिस गायब हुई, उसे देखकर लग रहा था कि पुलिस उनकी सुरक्षा में नहीं, बल्कि उनकी मौत का तमाशा देखने के लिए लगाई गई थी।
उन्होंने कहा कि वे यात्रा निकाल रहे थे, ऐसे में उपद्रवियों द्वारा ऐसा किया जाना पूरी तरह गलत है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से सरकार से आग्रह किया कि वे ऐसे पुलिस कर्मचारी व अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करें, तो यात्रा में शामिल लोगों की सुरक्षा नहीं कर सके। इसके अलावा उपद्रवियों की भी पहचान कर उनके खिलाफ सख्ती से पेश आए।