आगामी लोकसभा चुनाव के बाद कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार की है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों के सिलेक्शन के लिए सर्वेक्षण करवा रही है। ताकि इस सर्वेक्षण के आधार पर ऐसे कैंडिडेट का चयन किया जाए जो बेहतर हो और पार्टी को जीत दिलवा सके। कांग्रेस पार्टी इस बार चुनाव के लिए टिकट बंटवारे में नए और युवा चेहरों पर दांव लगाने का सोच रही है। सितंबर के दूसरे हफ्ते में पार्टी सभी चुनावी राज्यों में कम-से-कम आधी सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान करने की तैयारी में जुट गई है। छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में अलग-अलग टीम सर्वेक्षण कर रही है और हर राज्य में दो सर्वेक्षण करवाए जा रहे हैं। यह दोनों ही सर्वेक्षण अलग-अलग टीमें कर रही है और इसी सर्वेक्षण के आधार पर सितंबर में पहली लिस्ट भी आने की उम्मीद जताई जा रही है।
उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया में बदलाव को लेकर कांग्रेस पार्टी काफी उत्साहित नजर आ रही है क्योंकि हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में सर्वेक्षण के आधार पर ही टिकट बंटवारा हुआ था और इन राज्यों की जीत ने ये साबित भी किया कि ये राजनीतिक तौर पर फायदेमंद है। इसके साथ ही टिकट दावेदारों की संख्या कम होने से प्रत्याशी घोषित होने के बाद नाराजगी की संभावना भी कम हो जाती है। पार्टी के अंदर खाने जो खबर मिली है उसके आधार पर सर्वेक्षण सुनील कानुगोलू निगरानी में करवाया जा रहा है तो वहीं दूसरा सर्वेक्षण निजी एजेंसी कर रही है। दोनों ही सर्वेक्षण में जिन सीटों पर एक प्रत्याशी का नाम आएगा उम्मीदवारों की पहली सूची में उस सीट के टिकट का ऐलान भी कर दिया जाएगा।
इसके अलावा संसद के मॉनसून सत्र के खत्म होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे चुनावी राज्यों में जन सभाओं को भी संबोधित करेंगे। 13 अगस्त को छत्तीसगढ़, 18 अगस्त को तेलंगाना, 22 अगस्त को मध्यप्रदेश और 23 अगस्त को राजस्थान में मलिकार्जुन खरगे जनसभा को संबोधित करेंगे।