देश रोज़ाना: हरियाणा के सभी विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब पढ़ाई के साथ साथ छात्रा अब शैक्षणिक भ्रमण करने के लिए जायंगी। इसके लिए विभागीय निर्देश जारी हो गए हैं। स्कीम के तहत एक बार में प्रदेश के सभी जिलों से 7वीं, 8वीं और 9वीं की 300 छात्राएं टूर भेजी जाएंगी, यानि एक जिले की एक क्लास की 100 छात्राएं सेलेक्ट होंगी। वहीं सेलेक्शन के लिए 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने की शर्त होगी। उन छात्राओं को प्राथमिकता मिलेगी, जो पहले कभी अपने जिले से बाहर नहीं गईं।
विद्यालय शिक्षा निदेशालय (DSE) ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) और मौलिक शिक्षा अधिकारियों (DEEO) को पत्र लिख दिया है, जिसमें प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयों की 7वीं से 9वीं की छात्राओं को शैक्षणिक भ्रमण करवाने के निर्देश दिए गए हैं। पत्र के अनुसार, विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने के लिए विभाग शैक्षणिक भ्रमण करवाएगा। वहीं टूर के तहत कुरुक्षेत्र जिले का भ्रमण कराया जाएगा।
स्कीम के तहत प्रदेश से सभी 22 जिलों को 2 ग्रुप में बांटा गया है। ग्रुप एक में शामिल दूर के जिलों के लिए 3 दिन और 2 रात का टूर होगा। इसमें सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, गुरुग्राम शामिल हैं। वहीं ग्रुप 2 के लिए टूर 2 दिन और एक रात का होगा, जिसमें जींद, रोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखी दादरी, रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत, कैथल, यमुनानगर, पंचकूला व अंबाला शामिल हैं।
बता दें कि राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को 50 हजार रुपए प्रति जिले की दर से छात्राओं के लोकल ट्रांसपोर्ट, यात्रा के दिन सुबह का नाश्ता आदि के लिए मिलेंगे। प्रति जिला प्रति कक्षा 100 छात्राओं (प्रति विद्यालय 10 छात्राएं) के साथ एक अध्यापक (महिला अध्यापक को प्राथमिकता) भेजा जाएगा।
शैक्षणिक भ्रमण के लिए DEO या DEEO द्वारा 3 सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी, जो छात्राओं का चयन व फंड को विभागीय नियमानुसार खर्च करेगी। परिवहन के लिए विभागीय अधिकारियों द्वारा अपने स्तर पर बसों का प्रबंध करना होगा। छात्राओं को विद्यालय का पहचान पत्र व अन्य जरूरी दैनिक प्रयोग की चीजें साथ लेकर जानी होंगी। साथ ही छात्राओं का सहमति पत्र और मेडिकल संबंधित जानकारी भी अनिवार्य होगी।