अमेरिकी सरकार की राजमार्ग सुरक्षा एजेंसी ने टेस्ला इंक पर अपनी “फुल सेल्फ-ड्राइविंग” (FSD) प्रणाली के बारे में सार्वजनिक बयानों में दी जा रही जानकारी को लेकर चिंता जताई है। एजेंसी का कहना है कि टेस्ला के बयानों में ऐसा संदेश दिया जा रहा है कि उनके वाहन पूरी तरह से आत्म-निर्भर हैं, जबकि वास्तविकता में इन्हें मानवीय हस्तक्षेप की जरूरत होती है। NHTSA ने कंपनी से अपने संचार पर पुनर्विचार करने को कहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उपयोगकर्ताओं को सही जानकारी मिल रही है और वाहन के संचालन के बारे में भ्रमित करने वाला कोई संदेश न दिया जाए।
टेस्ला द्वारा किए गए सात सोशल मीडिया पोस्टों के बाद यह विवाद सामने आया, जिनमें “फुल सेल्फ-ड्राइविंग” प्रणाली का इस्तेमाल करने वाले असंतुष्ट ड्राइवरों को दिखाया गया था। इन पोस्टों में यह बताया गया कि वाहन पूरी तरह से ड्राइव कर सकते हैं, जो NHTSA के विचार के खिलाफ है। ग्रेगरी मैग्नो, जो NHTSA के दोष जांच कार्यालय के प्रमुख हैं, ने कहा कि ये पोस्ट दर्शकों को FSD को एक पूर्ण ऑटोमेशन प्रणाली के रूप में देखने के लिए प्रेरित कर सकती हैं, जबकि यह केवल एक आंशिक ड्राइवर-असिस्ट सिस्टम है। इसके अलावा, ड्राइवर को हमेशा ध्यान रखना और आवश्यकता पड़ने पर हस्तक्षेप करना जरूरी है।
NHTSA ने 15 मई को टेस्ला को ईमेल भेजकर इन पोस्टों के बारे में बताया था और जांच रोकने का आदेश दिया था। इसके अलावा, एजेंसी ने टेस्ला से FSD के मुफ्त परीक्षण की पेशकश के तरीके के बारे में भी जानकारी मांगी। टेस्ला ने इस दौरान ड्राइवरों को सूचित करने के तरीकों पर जोर दिया कि उनका वाहन पूरी तरह से आत्मनिर्भर नहीं है।
एनएचटीएसए द्वारा अक्टूबर में शुरू की गई FSD की जांच में चार दुर्घटनाओं का जिक्र किया गया है, जिनमें एक दुर्घटना में टेस्ला मॉडल Y एसयूवी ने एक पैदल यात्री को घातक रूप से टक्कर मार दी थी। एजेंसी यह जांच कर रही है कि क्या FSD प्रणाली कम दृश्यता वाली स्थितियों, जैसे कोहरे में, प्रभावी रूप से काम करती है और सही प्रतिक्रिया देती है।
टेस्ला ने इस बारे में मीडिया रिपोर्ट्स का जवाब नहीं दिया, और NHTSA ने कंपनी से 18 दिसंबर तक कई सवालों के जवाब मांगे हैं। एजेंसी की यह जांच टेस्ला के FSD प्रणाली के बारे में बढ़ती चिंताओं को देखते हुए की जा रही है, जो वाहन की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है।
यह मामला इस बात का संकेत है कि स्वायत्त ड्राइविंग तकनीकों से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं को लेकर अधिकारियों की सतर्कता बढ़ रही है, और भविष्य में ऐसे वाहनों की जिम्मेदार निगरानी की आवश्यकता होगी।