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अक्षय कुमार, ने कहा किसी की मजाल है जो “s**x education” पर फिल्में बनाए?

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बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार ने हमेशा अपनी फिल्मों के जरिए समाज को एक मजबूत संदेश देने का प्रयास किया है। हाल ही में उन्होंने बताया कि वे क्यों सामाजिक संदेश देने वाली फिल्मों को priority देते हैं, जबकि वह जानते हैं कि ‘मसाला एंटरटेनर्स’ में उन्हें तीन गुना ज्यादा पैसा मिल सकता है।

अक्षय कुमार का progressive thought: समाज को aware करने की जिम्मेदारी

अक्षय कुमार ने कहा कि वह केवल एक hero नहीं, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझते हैं। उन्होंने बताया कि उनके लिए फिल्मों का उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन नहीं है, बल्कि समाज को सही दिशा में मार्गदर्शन देना भी है। वो मानते हैं कि “अगर आप केवल मनोरंजन के लिए फिल्में बनाएंगे तो समाज में कुछ बदलाव नहीं आएगा।”

सेक्स एजुकेशन पर फिल्में बनाने की बात पर उनका Reaction

अक्षय ने यह भी कहा, *”किसी की मजाल है जो सेक्स एजुकेशन पर फिल्में बनाए?” उनका इशारा इस बात की ओर था कि समाज में इस तरह के मुद्दों पर चर्चा करना आसान नहीं है, लेकिन अगर उन्हें इस तरह की फिल्में बनाने का मौका मिलता है, तो वह इसे ज़रूर करेंगे। उन्होंने बताया कि वो अपनी फिल्मों के ज़रिए उन महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करना चाहते हैं, जो अक्सर समाज में अनदेखे रहते हैं।

मसाला फिल्मों की बजाय सामाजिक फिल्मों को दी priority

अक्षय ने इस बात को माना कि यदि वह चाहें, तो मसाला फिल्मों के जरिए अधिक पैसा कमा सकते हैं, लेकिन उनकी प्राथमिकता हमेशा से सामाजिक मुद्दों को सामने लाने वाली फिल्मों में रही है। उनके लिए पैसा सिर्फ एक लक्ष्य नहीं है, बल्कि समाज में सुधार और जागरूकता फैलाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

समाज के प्रति संवेदनशील जागरूकता

अक्षय कुमार की फिल्मों में Toilet, ek Prem katha, padman, और Holiday जैसी फिल्में समाज के मुद्दों पर आधारित रही हैं। उनका मानना है कि फिल्मों के माध्यम से वह अधिक लोगों तक पहुँच सकते हैं और महत्वपूर्ण संदेश दे सकते हैं।

अक्षय कुमार की यह सोच यह दर्शाती है कि बॉलीवुड केवल मनोरंजन का नहीं, बल्कि समाज में positivity लाने का भी एक जरिया हो सकता है। उनकी फिल्मों का उद्देश्य हमेशा दर्शकों को जागरूक करना और समाज में बदलाव लाना रहा है।

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