महेश भट्ट, भारतीय फिल्म उद्योग के एक प्रमुख निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक हैं। 20 सितंबर 1948 को जन्मे महेश भट्ट ने सिनेमा में कई यादगार फिल्में दी हैं, लेकिन उनके करियर में कई विवाद भी शामिल रहे हैं।
फ़िल्मी करियर की शुरुआत:
महेश भट्ट का फिल्मी करियर 1970 के दशक में शुरू हुआ। उन्होंने राज खोसला के सहायक के रूप में 21 साल की उम्र में इंडस्ट्री में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। कबीर बेदी और प्रेम नारायण के साथ उन्होंने अपनी पहली फिल्म मंजिले और भी हैं 1974 बनाई। उनकी फिल्मों में गहरी भावनाएँ और संवेदनाएँ होती हैं, जो दर्शकों को प्रभावित करती हैं।
प्रतिष्ठित फिल्में:
महेश भट्ट की कई प्रसिद्ध फिल्में हैं, जैसे “सारांश”, “सड़क”, “जख्म”, “राज़” और “आशिक 2″। इन फिल्मों ने व्यावसायिक सफलता और आलोचकों की सराहना प्राप्त की। उनकी फिल्में अक्सर प्रेम, दर्द और सामाजिक मुद्दों को छूती हैं।
महेश भट्ट का करियर विवादों से भी भरा रहा है। कुछ समय पहले, उन्होंने अपने बयानों के कारण आलोचनाओं का सामना किया, जैसे कि सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद उनके विचारों के लिए। इसके अलावा, उनके और उनके परिवार के संबंधों के बारे में भी कई चर्चाएँ हुई हैं।
नई प्रतिभाओं को बढ़ावा:
महेश भट्ट ने नई प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी बेटी आलिया भट्ट ने भी फिल्म उद्योग में एक सफल करियर बनाया है।
महेश भट्ट की फिल्में अक्सर सामाजिक मुद्दों को उठाती हैं, जैसे मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संबंध। इन विषयों को उन्होंने अपने फिल्मी करियर में बख़ूबी प्रस्तुत किया है, जिससे दर्शकों को गहराई से सोचने पर मजबूर किया जाता है।
व्यक्तिगत जीवन और परिवार:
महेश भट्ट का व्यक्तिगत जीवन भी काफी चर्चित रहा है। उन्होंने दो शादियाँ की हैं और उनके तीन बच्चे हैं। उनके परिवार में फिल्म उद्योग के कई जाने-माने चेहरे शामिल हैं, जिससे उनका फिल्मी सफर और भी रोचक बनता है।
महेश भट्ट का योगदान भारतीय सिनेमा में अनमोल है, हालांकि विवादों ने उनके करियर को प्रभावित किया है। उनके द्वारा बनाई गई फिल्में आज भी लोगों के दिलों में एक ख़ास जगह रखती हैं। उनके जन्मदिन पर, हम उन्हें उनके काम के लिए सराहते हैं और उनकी भविष्य की परियोजनाओं के लिए शुभकामनाएँ भेजते हैं।