नई दिल्ली। ट्राइडेंट लिमिटेड के शेयरों में पिछले 10 साल में करीब 3600 परसेंट तेजी आई है। अगर किसी इन्वेस्टर ने 10 साल पहले इस स्टॉक में 10,000 रुपये का निवेश किया होता तो आज इसकी वैल्यू करीब चार लाख रुपये पहुंच जाती। पिछले पांच साल में इस स्टॉक में 326 फीसदी तेजी आई है।
अगर पिछले तीन साल की बात करें तो इस स्टॉक ने इस दौरान करीब 665 परसेंट रिटर्न दिया है। ट्राइडेंट लिमिटेड टेक्सटाइल्स, पेपर, यार्न और केमिकल्स बनाती है और इसका मार्केट कैप 17,000 करोड़ रुपये है। कंपनी का अधिकांश रेवेन्यू एक्सपोर्ट्स से आता है।
कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक इसमें प्रमोटर्स की 73.19 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि पब्लिक शेयरहोल्डिंग 25.56 फीसदी है। जहां तक पब्लिक शेयरहोल्डिंग की बात है तो म्युचुअल फंड्स और फॉरेन इन्वेस्टर्स की इसमें ज्यादा बड़ी हिस्सेदारी नहीं है जबकि रिटेल इन्वेस्टर्स की 18 फीसदी हिस्सेदारी है। टीटीएम बेसिस पर कंपनी का ईपीएस 0.83 है। यह स्टॉक अभी 4.56 के पीबी के साथ ट्रेडिंग कर रहा है। पिछले दस साल में कंपनी का रेवेन्यू 3,868 करोड़ रुपये से 6,332 करोड़ रुपये हो गया है। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट दोगुना होकर 441 करोड़ रुपये पहुंच गया।
पिछले फाइनेंशियल ईयर की चौथी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 116 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की तुलना में करीब 50 फीसदी कम है। इस दौरान आॅपरेशंस से कंपनी का रेवेन्यू 1562 करोड़ रुपये रहा। एनालिस्ट्स का कहना है कि जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर्स इस पर दांव लगा सकते हैं। जीसीएल ब्रोकिंग के रिसर्च एनालिस्ट वैभव कौशिक का कहना है कि अगर यह 35 रुपये से ऊपर जाता है तो 50 रुपये तक पहुंच सकता है। इस स्थिति में 32 पर स्टॉप लॉस रखा जा सकता है। अगर यह 32 रुपये से नीचे जाता है तो 24 रुपये तक गिर सकता है।