भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद नीतिगत निर्णय की घोषणा कर दी गई है। आरबीआई ने रेपो रेट को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। आरबीआई ने लोगों को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट को यथावत ही रखा है यानी कि आरबीआई ने रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं किया है। 6.50 फ़ीसदी पर ही रेपो रेट बरकरार है जैसा कि पहले से अनुमान भी लगाया जा रहा था कि आरबीआई रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा तो ऐसा ही देखने को मिला है। आपको बता दें कि आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक 8 अगस्त को शुरू हुई थी और 10 अगस्त तक चली इस बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने दी।
उन्होंने बताया कि देश में खाने पीने की चीजों के दामों में काफी तेजी आई है। हालांकि आपको बता दें कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट में बदलाव नहीं किया है लेकिन इससे लोगों को ज्यादा राहत नहीं मिली है क्योंकि ईएमआई को लेकर राहत की उम्मीद लगा रहे लोगों को राहत नहीं मिली है। पिछले साल में से रेपो रेट में 2.5 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है इससे सभी तरह के लोन महंगे हो गए हैं और लोगों को यही उम्मीद थी कि लोन सस्ता हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। देश में बढ़ती महंगाई को रोकने के लिए आरबीआई ने में 2022 के बाद से रेपो रेट को कई बार बढ़ाया है इसके चलते नीतिगत दर को फरवरी 2023 में 6.5 फ़ीसदी पर पहुंच गई थी और इसके बाद आरबीआई ने अप्रैल और जून में भी इसे वैसा ही रहने दिया था।
तो वहीं आरबीआई एमपीसी की बैठक में यूपीआई से जुड़े भी तीन बड़े फैसले लिए गए हैं यूपीआई लाइट पर ट्रांजैक्शन लिमिट को ₹200 से बढ़कर ₹500 कर दिया गया है इसके साथ ही यूपीआई पर ऑफलाइन पेमेंट्स की भी सुविधा की जाएगी, और यूपीआई प्लेटफार्म पर कन्वर्सेशनल पेमेंट्स की भी सुविधा शुरू की जाएगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक भारतीय रुपया जनवरी 2023 से स्टेबल बना हुआ, उन्होंने कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार चला गया है।