यमुना नदी में फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा पिछले वर्ष की तुलना में 10 गुना बढ़ गई है। यह जानकारी राष्ट्रीय जल गुणवत्ता निगरानी केंद्र (NTC) द्वारा प्रदान की गई है।
स्वास्थ्य पर खतरा
यह वृद्धि न केवल जल की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है, बल्कि यह स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा उत्पन्न कर रही है। फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया जलजनित रोगों का मुख्य कारण बन सकते हैं।
प्रदूषण के कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ते शहरीकरण, औद्योगिक अपशिष्ट, और नदियों में अवैध निकासी जैसे कारक इस समस्या के लिए जिम्मेदार हैं।
सरकारी उपायों की आवश्यकता
इस स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए सख्त सरकारी उपायों की आवश्यकता है। जल निकायों की सफाई और प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
यमुना की बिगड़ती स्थिति सभी के लिए चिंता का विषय है। इसे सुधारने के लिए सभी stakeholders को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।