कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने शनिवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के बढ़ते प्रभाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इससे भारतीय जनता पार्टी (BJP) को फायदा होता है। माकन ने यह भी कहा कि कांग्रेस को कमजोर करके राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का मुकाबला नहीं किया जा सकता और पार्टी को इस स्थिति से बाहर निकालने के लिए उसे मजबूत करना जरूरी है। उन्होंने अपने पुराने बयान को दोहराया, जिसमें उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को “फर्जीवाल” और “एंटी नेशनल” (राष्ट्र विरोधी) कहा था। हालांकि, माकन ने इसे अपनी व्यक्तिगत राय बताया।
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष माकन ने कहा कि दिल्ली की जनता को आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के कारण नुकसान हुआ है और इससे भाजपा को फायदा हुआ है। उनका यह भी कहना था कि कांग्रेस ने दिल्ली और हरियाणा विधानसभा चुनावों में आप के साथ गठबंधन की कोशिश की थी, लेकिन केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने इन चुनावों में अलग-अलग लड़ने का फैसला लिया। माकन ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आए, तो उन्होंने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी, जबकि दिल्ली में भी आप ने लोकसभा चुनाव के बाद यह घोषणा की थी कि वह दिल्ली चुनाव अकेले ही लड़ेगी।
माकन ने यह भी याद दिलाया कि जब शीला दीक्षित मुख्यमंत्री थीं, तब कांग्रेस ने दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन दिल्ली में आप के सत्ता में आने के बाद भाजपा ने सभी सात लोकसभा सीटें जीत लीं। माकन का कहना था कि जो पार्टी दिल्ली की सभी लोकसभा सीटें जीतती है, वही राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी बन सकती है। उन्होंने यह सवाल उठाया कि भाजपा के साथ कौन है, जब दिल्ली में उसकी सत्ता बढ़ी है।
अजय माकन ने निष्कर्ष में कहा कि अगर कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत नहीं होगी, तो भाजपा से मुकाबला करना मुश्किल होगा। उनका मानना था कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को अपनी स्थिति को मजबूत करना होगा।