देश रोज़ाना: हरियाणा के युवाओं के लिए यह खबर किसी खुशखबरी से कम नहीं है कि प्रदेश सरकार इजरायल में दस हजार युवाओं के रोजगार की व्यवस्था करने जा रही है। इन नौकरियों के लिए प्रदेश सरकार ने आवेदन भी मांगे हैं। अच्छी बात यह है कि इजरायल में नौकरी करने जाने वाले युवाओं को प्रति माह एक लाख 34 हजार रुपये तनख्वाह मिलेगी। कंस्ट्रक्शन वर्क में मजदूरी करने वालों को शायद ही इतनी अच्छी सैलरी मिली होगी। असल में पिछले सात अक्टूबर से युद्ध की विभीषिका झेल रहे गाजापट्टी और इजरायल में बहुत सारी इमारतें मिसाइल हमलों में धराशायी हो चुकी हैं। गाजा पट्टी क्षेत्र तो पूरी तरह नेस्तनाबूत हो चुका है। इजरायल को भी कम नुकसान नहीं हुआ है। अभी युद्ध भी खत्म नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में इन ध्वस्त हुई इमारतों की जगह पर दूसरी इमारतें भी खड़ी होनी हैं। यही वजह है कि इजरायल अपने मित्र राष्ट्र भारत के राज्यों से अपने यहां श्रमिकों को बुलाकर विनिर्माण कार्य पूरा करना चाहता है।
इस मामले में प्रदेश सरकार ने आगे बढ़कर यह अवसर अपने प्रदेश के युवाओं के लिए हासिल कर लिया है। इससे दस हजार युवाओं का भविष्य सुधर जाएगा। यदि पांच-छह साल भी इन श्रमिकों को इजरायल में रहकर काम करना पड़ा, तो इनके परिवार की आर्थिक स्थिति में भारी सुधार होगा। रूस और यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के बाद यहां भी भारतीय श्रमिकों की मांग बढ़ने वाली है। यूक्रेन में भी रूस ने भारी तबाही मचाई है। वहां भी भारतीयों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होने वाले हैं। यह कब तक होगा, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। वैसे प्रदेश में बेरोजगारी बहुत है। इस प्रयास से दस हजार लोगों को तो नौकरी जरूर मिल जाएगी, लेकिन बाकी बेरोजगारों के बारे में भी गंभीरता से सोचना होगा। इसी साल अप्रैल में सेंटर फॉर मॉनिटरिंग आॅफ इंडियन इकॉनमी यानी सीएमआईई की ओर से जारी रिपोर्ट में दावा किया था कि हरियाणा में देश की सबसे अधिक बेरोजगारी दर है।
सीएमआईई की रिपोर्ट में प्रदेश में बेरोजगारी दर 26.8 फीसदी दर्ज की गई थी। इसके बाद बेरोजगारी दर में दूसरे पायदान पर राजस्थान था। मार्च 2023 में राजस्थान में बेरोजगारी दर 26.4 फीसदी दर्ज की गई। देश में सबसे कम बेरोजगारी दर उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में 0.8-0.8 फीसदी दर्ज की गई है। सीएमआईई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बेरोजगारी दर मार्च 2023 में तीन महीने के उच्चतम स्तर 7.8 फीसदी पर पहुंच गई थी। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दावा है कि प्रदेश में बेरोजगारी लगातार कम हो रही है। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे (पीएलएफएस) के मुताबिक हरियाणा में 2020-21 में बेरोजगारी दर 6.3 फीसदी थी।
- संजय मग्गू