संजय मग्गू
हरियाणा में बहुत जल्दी दो लाख युवाओं को नौकरी प्रदान करने का आश्वासन सीएम नायब सिंह सैनी गणतंत्र दिवस से दो दिन पहले ही दे चुके थे। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भी इसी बात को दोहराया। यह सच है कि सैनी सरकार सबसे ज्यादा सजग बेरोजगारी के मोर्चे पर अब तक रही है। युवाओं को रोजगार देने का भरसक प्रयास करने में सीएम सैनी सबसे आगे दिखाई पड़ते हैं। लेकिन यह भी सच है कि राष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय का आंकड़ा इस बात का गवाह है। आंकड़े के हिसाब से प्रदेश के शहरी इलाकों में 15 से 29 आयुवर्ग में बेरोजगारी की दर जून 2024 में 11.2 प्रतिशत हो गई थी। महिलाओं की अप्रैल-जून 2024 की तिमाही में 13.9 से बढ़कर 17.2 प्रतिशत हो गई थी। सेंटर फॉर इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 27 प्रतिशत से अधिक बेरोजगारी है। पिछले दिनों प्रदेश की बेरोजगारी दर 11 प्रतिशत बताई जा रही थी। प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। इसके लिए प्रदेश सरकार को सबसे पहले पूंजीनिवेश करने वाले उद्योगपतियों को आकर्षित करना होगा, ताकि प्रदेश में कुछ नए उद्योग लग सकें। सरकार प्रदेश के हर युवा को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती है। दो लाख सरकारी नौकरी देने के बाद भी लाखों युवा बेरोजगार रहेंगे। इसके लिए सबसे जरूरी है कि उन्हें स्वरोजगार की ओर प्रेरित किया जाए और प्रदेश में उद्योग-धंधों का विकास हो। नई फैक्ट्रियां लगाई जाएं जिसमें युवाओं को रोजगार मिले। उत्तर प्रदेश, केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु जैसे कई राज्य अपने यहां टेक्नोलॉजी और दूरसंचार से जुड़े उद्योगों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके लिए पूंजीनिवेश करने वालों को कई तरह की रियायतें दे रहे हैं। सैनी सरकार को भी इस दिशा में आवश्यक कदम उठाना होगा।भाजपा सरकार का दावा है कि पिछले दस साल में उसने बिना पर्ची-बिना खर्ची के 1.35 लाख युवाओं को नौकरियां दी हैं। सरकार के इस दावे पर किसी को कोई संदेह नहीं है। इस साल हुए विधानसभा चुनाव से पहले सीएम सैनी ने वायदा किया था कि सरकार बनते ही 24 हजार युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी। इस वायदे को उन्होंने निभाया। सरकार ने दो लाख युवाओं को नौकरी देने का वायदा किया है, तो साल-दो साल में यह वायदा पूरा भी हो जाएगा, लेकिन वे लोग जो सरकारी नौकरी हासिल नहीं कर पाएंगे, उनकी ओर भी सरकार को ध्यान देना होगा। प्रदेश में जैसे-जैसे बेरोजगारी घटेगी, वैसे-वैसे लोगों का जीवन स्तर सुधरता जाएगा। लोग सरकारी सहायता पर वैसे-वैसे कम निर्भर होते जाएंगे। वह प्रदेश के विकास में अपनी भूमिका भी अच्छी तरह निभा पाएंगे।
हरियाणा के युवाओं में जगी दो लाख नौकरियां मिलने की उम्मीद
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