केंद्रीय अंतरिम बजट ने हरियाणा के विकास को एक गति प्रदान करने का अवसर मुहैया करा दिया है। रेल कॉरिडोर डेवलप करने, शोध के लिए ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने और विकास परियोजनाओं पर कई तरह की छूट मिलने से प्रदेश के विकास को गति मिलेगी, ऐसी आशा पैदा हुई है। केंद्र सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की घोषणा से हरियाणा के उद्यमियों में काफी उत्साह का संचार हुआ है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के क्षेत्र में पूंजी निवेश की आशा पैदा हुई है। गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे कई शहरों में छोटी बड़ी कई तरह की परियोजनाएं चल रही हैं। नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए बन रहे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के काम में अब तेजी आने की पूरी उम्मीद है।
यही नहीं, गुरुग्राम में दो मेट्रो रेल परियोजनाएं पिछले काफी समय से पाइप लाइन में हैं। अब इनके पूरे होने की उम्मीद है। यदि ये योजनाएं समय पर पूरी हो जाती हैं, तो इससे न केवल रियल एस्टेट सेक्टर में बूम आने की संभावना है, बल्कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के आसपास कई तरह की नई परियोजनाएं भी शुरू होने की उम्मीद है। इससे न केवल प्रदेश का आार्थिक विकास होगा, बल्कि नए रोजगारों का सृजन होने के कुछ हद तक बेरोजगार भी कम होगी। फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, पानीपत और सोनीपत आदि शहरों में बीपीटीपी, ओमेक्स, अमोलिक, एडोर, साहू ग्रुप जैसे रियल एस्टेट से जुड़ी कंपनियां कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं।
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अब इनमें तेजी आने की उम्मीद है। केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में शोध के लिए ब्याज मुक्त लोन की व्यवस्था करने के लिए एक लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसका नतीजा यह होगा कि आॅटो पार्ट्स, कपड़ा सहित अन्य क्षेत्रों में शोध किए जा सकेंगे। इन क्षेत्रों में नए उत्पादों को बाजार में आने का मौका भी मिलेगा। इन क्षेत्रों में नए नए शोध हो सकेंगे। इससे बाजार में नई तेजी आएगी। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम की शुरुआत करने के लिए लोग प्रेरित होंगे। हरियाणा के लिए इस बजट में एक और अच्छी बात हुई है कि हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड ने पलवल-मानेसर-सोनीपत के बीच हरियाणा आॅर्बिटल रेल कॉरिडोर को डेवलप करने की योजना पर काम शुरू हो गया है।
प्रदेश में यह कॉरिडोर केएमपी और यूपी ईस्टर्न पेरिफेरल के साथ-साथ तैयार की जाएगी। इसका फायदा यह होगा कि दिल्ली की सड़कों पर दबाव कम हो जाएगा। दिल्ली पर दबाव कम करने के लिए ही रिंगनुमा ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल को बनाया गया है। ठीक इसी तरह रेल यातायात का दबाव कम करने के लिए सोनीपत-मानेसर-पलवल तक आर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसकी लंबाई लगभग 126 किमी है। इस बजट में हरियाणा को और भी लाभ मिलेंगे, लेकिन सबसे ज्यादा लाभ यहां के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को होने वाला है।
-संजय मग्गू
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