संजय मग्गू
हरियाणा में चुनाव प्रचार के लिए बस एक सप्ताह की बचा है। यही वजह है कि राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों का प्रचार अभियान अपने चरम पर है। सभी दल मतदाताओं को लुभाने के लिए अपना भरपूर जोर लगा रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे राष्ट्रीय स्तर के नेता शामिल हैं। प्रदेश की नब्बे सीटों पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को बस इसी बात का इंतजार है कि कब उनके राष्ट्रीय स्तर के नेता आएं और उनके लिए वोट मांगें। रैलियां निकालें, जनसभाएं करें, रोड शो में अपनी ताकत दिखाएं। हमारे लोकतंत्र की यही विशेषता कहें या कमजोरी कि चुनाव विधानसभा का होने जा रहा है। उम्मीदवार अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने के लिए भी बड़े नेताओं का मुंह ताक रहे हैं। उन्हें अपनी लोकप्रियता, अपने कार्यों पर जैसे विश्वास ही नहीं रह गया हो। ऐसी स्थिति तब आती है, जब प्रत्याशी की अपने क्षेत्र में पहचान न हो या चुनाव लड़ने वाला विधायक रहा हो और उसने अपने इलाके में किसी तरह का विकास कार्य न किया हो। जिसने भी अपने क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में रुचि ली है, विकास कार्य करवाया है, तो वह प्रत्याशी अपने पूर्व में किए गए कार्यों के आधार पर वोट मांग सकता है। वह अपने कार्यों को जनता के सामने गिनवा सकता है। वह जनता के सामने अपनी भावी योजनाओं का खुलासा कर सकता है। वह बता सकता है कि यदि जनता ने उसे चुना, तो वह बाकी बचे कार्यों को पूरा कराने के साथ-साथ अमुक-अमुक काम करवाएगा। लेकिन उम्मीदवारों को स्टार प्रचारकों की जरूरत पड़ रही है, तो इसका मतलब यह है कि उनका अपने इलाके में उतना प्रभाव नहीं है कि वह अपने बलबूते पर चुनाव जीत सकें। इन दिनों हरियाणा में हालात यह हैं कि विधायकों के अपनी भावी योजनाएं न बताने से मतदाता खुद सवाल करने लगे हैं कि पिछले पांच साल में क्या किया था और भविष्य में क्या करने वाले हो। जनता के हिसाब किताब मांगने से भाजपा और कांग्रेस सहित क्षेत्रीय दलों में हड़कंप मचा हुआ है। जिन इलाकों में विकास कार्य नहीं हुए हैं, वहां की जनता प्रत्याशियों को मुखर विरोध कर रही है। लोग भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों से सार्वजनिक रूप से सभाओं में पुराने कामकाज का हिसाब मांग रहे हैं। जींद की नरवाना सीट से भाजपा प्रत्याशी कृष्णा बेदी, फतेहाबाद के रतिया से भाजपा उम्मीदवार सुनीता दुग्गल, हिसार से कांग्रेस उम्मीदवार राम निवास राड़ा, बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार राम निवास घोड़ेला जैसे न जाने कितने उम्मीदवार हैं जिनको अपने क्षेत्र में मतदाताओं के सवालों का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि वे अपने राष्ट्रीय नेताओं की बाट जोह रहे हैं, ताकि उन्हें जवाब न देना पड़े।
संजय मग्गू