रेमन मैग्सेसे फिलीपींस के सातवें राष्ट्रपति थे। उन्होंने फिलीपींस में काफी लंबे समय से सत्ता पर काबिज कम्युनिस्ट सरकार को पराजित कर देश के सातवें राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया था। उन्हें साम्यवादी विचारधारा के खिलाफ माना जाता है। सन 1957 में उनकी मृत्यु के बाद विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले लोगों को रेमन मैग्सेसे पुरस्कार दिया जाता है। बात उन दिनों की है जब मैग्सेसे फिलीपींस के राष्ट्रपति थे। उन दिनों देश में एक महत्वपूर्ण बांध का निर्माण किया जा रहा था। बांध का जल्दी बनना बहुत जरूरी था।
उस बांध के निर्माण की जिम्मेदारी एक इंजीनियर को सौंपी गई थी। मैग्सेसे उस बांध के निर्माण कार्य में व्यक्तिगत रूप से रुचि ले रहे थे। एक दिन अचानक वे उस बांध का निरीक्षण करने पहुंच गए। उन्होंने देखा कि बांध का निर्माण जल्दी और अच्छी तरह से हो रहा हैं। उन्होंने उस बांध के इंजीनियर के बारे में पूछा, तो मजदूरों के बीच से निकलकर एक व्यक्ति आया और बोला, मैं हूं इस बांध का इंजीनियर। इंजीनियर को मजदूरों के साथ काम करते देख उन्हें बहुत प्रसन्नता हुई। जब बांध बनकर तैयार हो गया, तो इसके उपलक्ष्य में एक बहुत बड़ा आयोजन किया गया।
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उस आयोजन में बांध के इंजीनियर सहित सारे मजदूर भी बुलाए गए। उस समय उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि मैं बांध के जल्दी और अच्छी तरह से निर्माण में योगदान देने वाले इंजीनियर को मैं निर्माण विभाग का सचिव नियुक्त करता हूं। उन्होंने मजदूरों को भी उस समय सम्मानित किया। तब उस इंजीनियर ने कहा कि जब भी मुझे कोई काम सौंपा जाता है, तो मैं हमेशा यही सोचता हूं कि काम अच्छी तरह से हो, तभी देश का विकास होगा। उस इंजीनियर के विचारों को सुनकर मैग्सेसे काफी प्रसन्न हुए।
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