सड़कें, इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून व्यवस्था ही किसी भी राज्य की पहचान होते हैं। हरियाणा की भी पहचान बहुत तेजी से विकसित होते राज्य की बनती जा रही है। विकास कार्य जितनी तेजी से अपनी पूर्णता पर आते जा रहे हैं, उसकी वजह से ही प्रदेश में देशी और विदेशी पूंजी निवेश बढ़ते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिस तरह पिछले नौ वर्षों से विकास की आधारशिला रखी है, उसी का नतीजा है कि विकास का रथ आगे बढ़ता ही जा रहा हैं।
आगामी 11 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने आ रहे हैं। इस एक्सप्रेस वे के बनने से विकास की गति तेज होगी। वैसे भी प्रदेश का लगभग हर जिला किसी न किसी राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ चुका है। केएमपी-केजीपी प्रदेश के विकास की लाइफलाइन बन चुकी है। इन सड़कों ने लोगों का आवागमन सुचारू किया है, बल्कि पूंजीपतियों द्वारा उत्पादित माल की भी आसानी से प्रदेश के हर क्षेत्र में उपलब्धता भी सुनिश्चित की है।
पहले जहां एक स्थान से दूसरे स्थान तक माल को पहुंचाने में पूरा एक या दो दिन लगता था, वह समय सीमा अब कुछ घंटों में सिमट कर रह गई है। इसका कारण प्रदेश की अच्छी और गुणवत्ता पूर्ण सड़कें हैं। प्रदेश सरकार ने अब तक साठ हजार करोड़ की सड़कों निर्माण किया है। यह प्रक्रिया अभी जारी है। आर्बिटल रेल कारिडोर निर्माण प्रक्रिया में है। इसके पूरा होते ही विकास की गति और तेज होगी, ऐसा विश्वास है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने न केवल सड़कों के विकास और सुधारीकरण पर ध्यान दिया है, बल्कि वे यातायात के अन्य साधनों पर पूरा ध्यान दे रहे हैं।
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सात मार्च को ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विकास परियोजनाओं में लगभग 938 करोड़ की 392 परियोजनाओं का उद्घाटन और 2683 करोड़ की 287 परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। इन परियोजनाओं के पूरा होते ही प्रदेश के विकास का पहिया और तेजी से घूमेगा। इससे काफी संख्या में रोजगार भी सृजित होगा। प्रदेश के युवाओं को प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार मिलेगा। स्वाभाविक है कि रोजगार सृजन की वजह से प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी होगी।
इन विकास परियोजनाओं से मुख्यमंत्री इतने आश्वस्त हैं कि अगली बार फिर प्रदेश में उनकी ही सरकार बनने जा रही है। उनका कहना है कि जिन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास उन्होंने किया है, उसका लोकार्पण भी वही करेंगे। उनका कहना है कि पिछले सरकारों ने विकास परियोजनाओं का शिलान्यास तो किया, लेकिन परियोजना को पूरा करने में रुचि नहीं दिखाई। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों की अधूरी विकास परियोजनाओं को भी पूरा किया और जिन परियोजनाओं का उनकी सरकार के दौरान शिलान्यास किए गए हैं, उनको पूरा भी उनकी सरकार ने कराया है।
-संजय मग्गू
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