संजय मग्गू
प्राचीनकाल में जब कोई नया-नया राजा बनता था, तो वह अपने मनमुताबिक दरबारियों की नियुक्ति करता था। ठीक ऐसा ही लोकतंत्र में होता है। जब कोई राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री पद पर आसीन होता है, तो वह अपने हिसाब से अपने मंत्रिमंडल का गठन करता है। लेकिन शायद ही किसी ने अपने हिसाब से कर्मचारियों की नियुक्ति करने के लिए पुराने कर्मचारियों की छंटनी की हो या इस्तीफा देने पर मजबूर किया हो। लेकिन अमेरिका के दोबारा चुने गए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शायद दुनिया के पहले व्यक्ति हैं, जो अपने समर्थक केंद्रीय कर्मचारियों की भर्ती करना चाहते हैं। ट्रंप ने अमेरिका के 23 लाख कर्मचारियों को छह फरवरी तक का समय दिया है कि वह या तो वे स्वयं इस्तीफा दे दें और आठ महीने का वेतन लेकर घर चले जाएं। यदि ऐसा नहीं करते हैं, तो सरकार उनकी छंटनी कर देगी। इस आदेश के दायरे में फिलहाल पोस्टल सर्विस, इमिग्रेशन और सैन्य सेक्टर नहीं आता है। इन विभागों के कर्मचारियों को शायद वह अभी छेड़ना नहीं चाहते होंगे या फिर उन्हें लगता होगा कि इस सेक्टर के कर्मचारियों को छेड़ने से नुकसान हो सकता है। अमेरिका के बाकी सभी विभागों के कर्मचारियों के सिर पर उन्होंने एक तलवार लटका दी है। आठ महीने का वेतन लेने या छंटनी का दंश झेलने वाले दोनों तरह के केंद्रीय कर्मचारियों को नुकसान ही होने वाला है। वेतन लेने या छंटनी का शिकार हुए लोगों में बहुत सारे ऐसे भी हो सकते हैं जो रिटायरमेंट की सीमा पर आ खड़े हुए हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें दोबारा कोई नौकरी मिलेगी या नहीं, यह कह पाना आसान नहीं होगा। आखिर, ट्रंप ऐसा क्यों कर रहे हैं? इससे फायदा क्या होगा? इस बात के बारे में काफी कयास लगाए जा रहे हैं। अमेरिकन फेडरेशन आफ गवर्नमेंट एंप्लाइज यूनियन ने ट्रंप के फैसले पर आपत्ति जताते हुए इसकी निंदा की है। यूनियन का आरोप है कि अमेरिका के वर्तमान कर्मचारियों को निकालकर ट्रंप नई भर्तियां करना चाहते हैं ताकि वह अपने समर्थकों को रख सकें। जो कर्मचारी ट्रंप प्रशासन के पक्ष में नहीं हैं या उनके प्रति वफादार नहीं हैं, उनको निकालने के लिए यह बात कही जा रही है। आमतौर पर जब कोई नया राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री बनता है, तो वह अपने विश्वास पात्र उच्च पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण विभागों में महत्वपूर्ण पदों पर बिठाता है ताकि शासन-प्रशासन पर अपनी पकड़ बनाया जा सके। कल्याणकारी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया जाए। जो वरिष्ठ अधिकारी विश्वास पात्र नहीं हैं, उनको मामूली विभागों में भेज दिया जाता है, लेकिन उनको निकाला नहीं जाता है, जब तक उनका कोई ऐसा अपराध सामने नहीं आता है, जो क्षम्य न हो। दरअसल, राष्ट्रपति ट्रंप प्रसिद्ध उद्योगपति एलन मस्क से बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। उनके फैसले के पीछे मस्क मॉडल माना जा रहा है। ट्विटर खरीदने के बाद एलन मस्क ने इसी मॉडल से कर्मचारियों की छंटनी की थी।
ट्रंप ने 23 लाख कर्मचारियों के सिर पर लटका दी तलवार
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