लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव (Maharashtra election 2024) की तैयारी शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा (अजीत पवार) का मुकाबला करने के लिए एक बार फिर कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना (उद्धव गुट) दम भर रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुखिया शरद पवार ने बड़ी घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
Maharashtra election 2024: शरद पवार ने किया ऐलान
बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल अक्टूबर में विधानसभा (Maharashtra election 2024) के चुनाव होने हैं। इससे पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शरद पवार ने ऐलान किया कि महाविकास आघाडी इस बार मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में प्रमुख विपक्षी दलों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे राज्य के विधानसभा चुनावों में छोटे सहयोगियों के हितों की रक्षा करें, जो 2024 के लोकसभा चुनावों में गठबंधन का हिस्सा थे।
विपक्ष की नैतिक जिम्मेदारीः पवार
राकांपा (शरदचंद्र पवार), कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) विपक्षी महाविकास अघाडी (एमवीए) के घटक हैं। पवार ने कहा कि विपक्ष चुनावों में महाराष्ट्र (Maharashtra election 2024) की जनता के सामने सामूहिक रूप से उतरेंगे। पवार ने कहा कि राज्य में बदलाव की जरूरत है। इसे पूरा करना विपक्षी गठबंधन की नैतिक जिम्मेदारी है। जिस तरह (महाभारत में) अर्जुन का लक्ष्य मछली की आंख थी, उसी तरह हमारी नजरें महाराष्ट्र के चुनावों पर टिकी हैं।
पालकी यात्रा का स्वागत करूंगाः पवार
अब यह तय हो गया है कि कांग्रेस, राकांपा (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। पवार ने कहा कि राज्य में सीट बंटवारे पर बातचीत अभी शुरू नहीं हुई है, लेकिन जल्द ही शुरू हो जाएगी। यह पूछे जाने पर कि क्या वह शुक्रवार को यहां शुरू हुई पवित्र (तीर्थयात्रा) ‘पालकी’ यात्रा में भाग लेंगे पवार ने कहा कि पालकी बारामती (पुणे जिले में) स्थित मेरे गांव से पंढरपुर तक जाएगी। मैं बारामती में पवित्र ‘पालकी’ यात्रा का स्वागत करूंगा। पूज्य संत तुकाराम और ज्ञानेश्वर महाराज के पदचिह्नों को लेकर ‘पालकी’ यात्रा पिछले दो दिनों में क्रमशः पुणे के देहू और आलंदी से सोलापुर जिले के पंढरपुर के लिए रवाना हुई। पालकी यात्रा 17 जुलाई को आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर पंढरपुर में भगवान विट्ठल के मंदिर पहुंचेगी।
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