शंकर जालान
चिड़ावा (राजस्थान), 24 नवंबर। राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Election 2023) की कुल दो सौ सीटों में से 199 सीटों के लिए शनिवार (25 नवंबर) को सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच मतदान शुरू होगा।
मतदान प्रक्रिया शाम छह बजे तक चलेगी और तीन दिसंबर को मतगणना के बाद ही स्पष्ट होगा कि किस पार्टी की सरकार बनती है और मुख्यमंत्री की कुर्सी किसे नसीब होती है। खैर जनता किसके साथ और किसके खिलाफ है, यह बताना फिलहाल जल्दबाजी होगी।
वैसे राजस्थान का इतिहास रहा है कि हर विधानसभा चुनाव (Rajasthan Vidhansabha Election) में मतदाताओं का न बदलता है, इसी वजह से सरकार और मुख्यमंत्री भी बदल जाते हैं, इस बार यह सिलसिला टूटेगा या पुराने इतिहास की पुर्नावृत्ति होगी यह बताना खतरे से खाली नहीं है, लेकिन यह बताने में न कोई खतरा है और न कोई हर्ज या हिचक कि अबकी राजस्थान का चुनाव प्रचार कई मामलों कुछ भिन्न रहा है, जिसमें प्रमुख है मतदाताओं को जागरूक करने के लिए कुछ हिंदी फिल्मों के चर्चित संवादों ( डायलॉग) का इस्तेमाल किया जाना।
यह अनोखा तरीका न केवल सूबे के मतदाताओं का रास आ रहा है, बल्कि वे मतदान करने को अपनी महत्ती जिम्मेदारी भी समझ रहे और मतदान करने को संकल्प भी लिया और ले रहे हैं। ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, देवदास, मिस्टर इंडिया और करन-अर्जुन जैसी सफल फिल्मों के संवाद के जरिए अबकी मतदाताओं को जागरूक करने का काम किया गया है। सूबे के सवा पांच करोड़ मतदाताओं को जागरूक करने के लिए फिल्म ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ के अमरीश पुरी के संवाद ‘जा सिमरन जा जी ले अपनी जिंदगी’ को कुछ संशोधित कर युवतियों को जागरूक करने के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं, जिन पर लिखा है- ‘जा सिमरन जा तू कर ले अपना मतदान’। इसी तरह देवदास फिल्म के संवाद में कुछ बदलाव कर ‘एक वोट की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू’, मिस्टर इंडिया के संवाद को संशोधित कर ‘आपने वोट दिया मोकम्बो खुश हुआ’ और फिल्म करन-अर्जुन के संवाद को थोड़ा हेरफेर कर ‘करन-अर्जुन मतदान करने अवश्य आएंगे’ लिखकर चुनाव आयोग की तरफ से मतदान फीसद बढ़ाने का नायाब तरीका इस्तेमाल किया गया है।