नूंह । नीति आयोग द्वारा देशभर में 112 आकांक्षी जिलों चिन्हित किया है। उसमें नूंह जिला भी शामिल है। नीति आयोग के दिशा निर्देशानुसार नूंह जिला में विकास कार्यों में सुधार कर लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना और जिला को प्रदेश भर में अव्वल लाना है। इसी क्रम में स्टेट नोडल आफिसर पंकज यादव की अध्यक्षता में उपायुक्त निवास पर एक बैठक हुई। इसमें पकंज यादव ने एलडीएम, सीएमओ, कृषि विभाग को विशेष तौर पर आईईसी एक्टिविटी या प्रचार बढ़ाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधकारी अगली मीटिंग में पूरी तैयारी, रणनीति व सुझाव के साथ आएं। जिला शिक्षा अधिकारी की देखरेख में सुनिश्चित करें कि सभी स्कूलों में टायलेट और पानी व पीने के पानी की सुविधा हो। उपायुक्त प्रशांत पंवार ने स्टेट नोडल आफिसर को बताया कि नीति आयोग द्वारा लगभग 49 पैरामीटर तय किए गए थे। इनमें ड्रापआउट, संस्थागत डिलीवरी, सिंचाई, कृषि, सेहत सहित अन्य विभागों के बहुत से काम थे। इन सभी में सुधार करने की जरूरत थी। नूंह जिला लगातार अपनी रैंकिंग में सुधार कर रहा है। जिले के संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी जिले को पिछड़े जिलों की सूची से बाहर निकालने में भरपूर मेहनत कर रहे हैं। उसी का नतीजा है कि नूंह जिला का देश में आकांक्षी जिलों की डेल्टा रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है।
उपायुक्त ने बताया कि शिक्षा विभाग में अध्यापकों की कमी बड़ा चैलेंज था, लेकिन जिला प्रशासन व एनजीओ के माध्यम से शिक्षा सहायकों की मदद से दूसरा पायदान भी देशभर के जिलों में हासिल किया था। इसमें 500 पीआरटी तथा 125 टीजीटी अध्यापक जिले के विभिन्न स्कूलों में नियुक्त किए थे। इन नियुक्तियों के बाद रैंकिंग में काफी उछाल आया है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त रेनु सोगन, सहायक आयुक्त लक्षित सरीन, सीईओ प्रदीप अहलावत, सिविल सर्जन डा. सर्वजीत सिंह, उपनिदेशक कृषि एवं कल्याण विभाग अनिल कुमार उपनिदेशक पशुपालन विभाग डाक्टर नरेंद्र सिंह जिला बागवानी अधिकारी डाक्टर दीन मोहम्मद सहित एमडीए शमीम अहमद व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।