नूंह। सेकेंडरी एजुकेशन विभाग हरियाणा ने लापरवाही बरतने के चलते नूंह जिले की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी एवं डाइट नगीना की प्रिंसिपल सरोज दहिया, खंड शिक्षा अधिकारी नूंह एवं प्रिंसिपल जेबीटी सेंटर फिरोजपुर नमक अब्दुल मजीद और फिरोजपुर झिरका के खंड शिक्षा अधिकारी एवं प्रिंसिपल कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फिरोजपुर झिरका इंद्रजीत सिंह मजोका को रूल 5 के तहत सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंशन के दौरान तीनों अधिकारियों को जिला मुख्यालय तैनात करने के भी आदेश दिए हैं।
नूंह जिला शिक्षा अधिकारी परम जीत सिंह चहल ने पुष्टि करते हुए बताया कि मौलिक मुख्याध्यापक और टीजीटी अध्यापकों की सीनियरटी को लेकर हाईकोर्ट में मामला चल रहा था। उसकी जांच के संबंध में शिक्षा विभाग के एसीएस ने तीनों अधिकारियों को जांच में शामिल होने को लेकर बुलाया था। तीनों अधिकारियों के न पहुंचने पर एसीएस ने यह कार्रवाई की है।
मिली जानकारी के अनुसार, मेवात कैडर की टीजीटी/मौलिक मुख्याध्यापक की वरिष्ठता सूची 14 सिंतबर 2021 को तैयार की गई थी। उसमें दिनांक एक जून 2022 के आधार पर कुछ अन्य कर्मचारियों को शामिल कर फाइनल कर दिया गया था। उससे मेवात कैडर के टीजीटी/मौलिक मुख्याध्यापक की वरिष्ठता में गड़बड़ होने को लेकर एक मौलिक मुख्याध्यापक ने वरिष्ठता सूची के खिलाफ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। उसको लेकर हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग से 31 मई तक जवाब तलब किया था। वहं हाईकोर्ट ने एसीएस शिक्षा विभाग से यह भी पूछा था कि गलत सूची तैयार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।
हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करने के मामले के लिए एसीएस ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज दहिया, नूंह खंड शिक्षा अधिकारी अब्दुल मजीद और फिरोजपुर झिरका के खंड शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत सिंह मजोका को तलब किया था, लेकिन एसीएस के आदेश के बाद भी कोई अधिकारी के जांच में नहीं पहुंचा तो तीनों अधिकारियों को निलंबन की कार्रवाई कर दी।