पलवल। चांदहट थाना क्षेत्र के गांव चिरवाड़ी में जमीनी विवाद और हत्या के प्रयास के मुकदमे में विपक्षियों द्वारा राजीनामे के लिए बनाए जा रहे दबाव से उकताकर 48 वर्षीय किसान लक्ष्मण ने खेत में खुद को गोली मार ली। मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिवारवालों को सौंप दिया और मृतक के बेटे कुलदीप की शिकायत पर प्रतिपक्षी और उसके दो बेटों पर आत्महत्या के लिए विवश करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कुलदीप ने पुलिस को बताया कि गांव निवासी टेकचंद व उसके बेटे रविंद्र और जोगेंद्र ने उसके पिता से जमीन का इकरारनामा करा लिया। जमीन का सौदा साढ़े 21 लाख रुपये में तय हुआ। रजिस्ट्री के समय नौ लाख रुपये कम दिए और धोखे से ट्यूबवेल का कनेक्शन भी अपने नाम करा लिया। उसके पिता ने प्रतिपक्षी पर दीवानी कोर्ट में जमीन विवाद का मुकदमा दायर किया तो आरोपियों ने उसके पिता पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। उस वाकये का भी केस थाने में विवेचनाधीन है। आरोपी दोनों मुकदमों में फैसले का दबाव बना रहे थे।
चांदहट थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कैलाश चंद भड़ाना ने बताया कि सोमवार रात को कुलदीप के पिता लक्ष्मण अचानक घर से कहीं चले गए। उसकी मां ने उसे जानकारी दी तो वह अपने ताऊ के लड़के के साथ पिता को ढूंढ़ने निकला। रात नौ बजे पिता खेत में मृत अवस्था मिले। गोली उनके सीने में लगी हुई थी तथा पास ही में देसी कट्टा पड़ा हुआ था। आरोपी अभी फरार हैं लेकिन पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।