जमील अहमद रिटायर्ड हेड गार्ड भारतीय स्टेट बैंक जिनका 88 वर्ष की आयु में अपने निवास स्थान गोद राम चौक नूह में निधन हो गया। स्वर्गीय जमील अहमद 2006 में भारतीय स्टेट बैंक फिरोजपुर झिरका से हेड गार्ड के पद से रिटायर हो गए थे। एक गार्ड के पद पर रहते हुए जमील अहमद ने दिखा दिया की काबिल बच्चो के लिए अधिक वेतन वाली नोकरी जरूरी नहीं होती।
उनके तीन बेटों ने वेटलिफ्टिंग गेम में मेवात और हरियाणा का नाम रोशन किया है। स्वर्गीय जमील अहमद ने एक अपनी जिंदगी की शुरूआय मामूली बैंक गार्ड की नौकरी से शुरू की। इसी नोकरी को ईमानदारी से करते हुए उन्होंने अपने चारों बच्चों को बड़ी मेहनत और लगन व ईमानदारी के साथ पढ़ा लिखा कर इतना काबिल बनाया।कि वे अपने दम पर सरकारी नौकरी हासिल कर सकें।
उनके चार बेटे हैं। बड़े बेटे आबिद हुसैन जो रिटायर हेडमास्टर हैं जो आजकल 62 वर्ष के होते हुए भी सीनियर सेकेंडरी स्कूल संस्कृत मॉडल स्कूल नूह टंकी के पास वेटलिफ्टिंग की नर्सरी को चलाते हैं। वह इंटरनेशनल वेटलिफ्टर हैं। दूसरे बेटे मोहम्मद इरफान जेबीटी हेड टीचर 2022 में सलंबा गांव से रिटायर हुए। तीसरे बेटे अख्तर हुसैन दिल्ली में रेलवे विभाग में कार्यरत हैं। चौथा बेटा जाकिर हुसैन जो सहायक उप निरीक्षक एसपी आॅफिस नूह में सुरक्षा शाखा में कार्यरत हैं।