पलवल । श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ई व्हीकल निर्माण की इनोवेटिव हब बनेगा। इसकी शुरूआत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने पहला ई व्हीकल बनाकर कर दी है। अगला कदम इसे सौर ऊर्जा से चलाने और इस व्हीकल को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा कंप्यूटर से जोड़ना होगा। कुलपति डॉ. राज नेहरू इस इनोवेटिव प्रोजेक्ट में खास दिलचस्पी ले रहे हैं। उन्होंने कंप्यूटर साइंस विभाग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सोलर एनर्जी डिपार्टमेंट को इसमें सम्मिलित कर इसे मल्टीडिसीप्लिनरी प्रोजेक्ट बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
ऐसा करने से विश्वविद्यालय में नए विद्यार्थी आएंगे और नए प्रोजेक्ट विकसित होंगे। विद्यार्थी इस प्रोजेक्ट को अपना स्टार्टअप बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि इस ई व्हीकल के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर साइंस, सोलर एनर्जी और फोर पॉइंट जीरो मल्टीडिसीप्लिनरी सम्मिलित होने से यह मार्केट में उपलब्ध दूसरे ई व्हीकल से काफी एडवांस होगा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इस प्रोजेक्ट को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ई व्हीकल के क्षेत्र में काम करने वाले दो बड़े संस्थानों के साथ एमओयू करने पर मंथन जारी है। इससे डिजाइन और इनोवेशन में सहायता मिलेगी। फैकल्टी स्टूडेंट पार्टनरशिप और मेंटोरशिप के जरिए प्रोजेक्ट काफी आगे बढ़ाने की तैयारी है।
कुलपति डॉ. राज नेहरू का कहना है कि विद्यार्थियों ने दिन-रात मेहनत करके ई व्हीकल तैयार किया है। सबसे बड़ी बात है कि इसको बनाते समय बाहर से किसी विशेषज्ञ की सहायता नहीं ली गई है। इस ई व्हीकल को बनाने के साथ ही विद्यार्थियों ने कई चीजें एक साथ सीखी हैं। इसमें उन्होंने डिजाइन, आॅटोमेशन, संरचना और वेल्डिंग से लेकर यात्रियों की जरूरतों को समझने में मदद मिली है।