उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि यमुना में पानी आने सेशेल्टर होम में रखे गए लोगोंका स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता के पर्यवेक्षण में स्वास्थ्य विभाग की 25 टीमों का गठन किया गया है। सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी तरह की दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट सहित अलग-अलग स्थानों पर एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध हैं ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी व्यक्ति को समय पर सहायता प्राप्त हो सके।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि डॉक्टर विनय गुप्ता खुद फील्ड पर सारी व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। यमुना में बढ़े जलस्तर के बाद आस-पास के गांवों में गंदे पानी से पैदा होने वाली बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर कदम उठाएं जा रहे हैं। सभी 14 शैल्टर होम में निरंतर लोगों का उपचार किया जा रहा है।
यमुना से सटे गाँव बसंतपुर, ददसिया, किडावली, लालपुर, मौजमाबाद, भस्कोला, महावतपुर, अमीपुर, सिधोला, चिरसी, कबूलपुर पट्टी महताब, कबूलपुर पट्टी परवरीश गांव, अकबरपुर, माजराशेखपुर, दयालपुर, मंझावली, गुरसान, नगला माजरा चांदपुर, शाहजहांनपुर, शाहुपुरा, बिकुका, दुलीपुर, नतीफपुर, जफरपुर माजरा छांयसा, छायसां और मोहना, कांवरा, डूंगरपुर, रायपुर कलां, पल्हेड़ा और तिलोरीखादर में स्वास्थ्य विभाग मुस्तैदी से कार्य कर रही हैं।
सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता ने बताया कि यदि किसी भी व्यक्ति को कोई जानकारी की आवश्यकता है या किसी भी प्रकार की सूचना जिला प्रशासन को देनी है तो वे सेक्टर-12 स्थित डीआरओ कार्यालय में स्थापित किये गए बाढ़ नियंत्रण कक्ष के टेलीफोन नंबर 0129-2227937 पर दे सकते हैं।