होडल में स्थित एक निजी अस्पताल की लापरवाही के कारण 24 वर्षीय युवक की मौत हो गई। युवक को पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत थी। स्वजन का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने मृतक को गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ मौके से फरार हो गए। होडल थाना पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर अस्पताल के डाक्टर और स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
होडल थाना प्रभारी महेंद्र सिंह के अनुसार मामले में गांव भिडूकी के रहने वाले गजेंद्र ने शिकायत दर्ज करवाई है कि उसके बड़े भाई प्रवीण को पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत थी। बीती 18 जुलाई को उन्होंने प्रवीण को होटल के निजी अस्पताल में दाखिल करा दिया। उपचार के दौरान उसकी तबीयत में सुधार हो गया। अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ने कहा कि चार-पांच दिन में प्रवीण बिल्कुल सही हो जाएगा, घबराने की जरूरत नहीं है। मगर 20 जुलाई को शाम के करीब सात बजे उन्हें प्रवीण के शरीर में कोई हरकत दिखाई नहीं दी।
उन्होंने अस्पताल स्टाफ से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि प्रवीण को नींद का इंजेक्शन दिया गया है, इसे आराम करने। थोड़ी देर बाद उन्होंने प्रवीण से बात की, मगर प्रवीण ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों और स्टाफ को बुलाया। उन्होंने शोर मचाया, इसके बाद डॉक्टर मौके पर आए और उन्होंने प्रवीण के शरीर में एक मशीन लगाई। इसके बाद भी प्रवीण के शरीर में कोई हरकत नहीं दिखाई दी। डॉक्टर ने प्रवीण को मृत घोषित कर दिया और कहा कि इसे घर ले जाओ।
शिकायतकर्ता के बाद उसने घर पर सूचना दी और स्वजन मौके पर आए। स्वजन ने डॉक्टरों से प्रवीण के इलाज का रिकॉर्ड मांगा, जिसे डॉक्टर देने से मना कर दिया। इसके बाद डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल से भाग गए। उन्होंने बार-बार फोन किया, मगर डॉक्टरों ने फोन नहीं उठाया और फोन बंद कर दिया गया। उन्होंने पुलिस को 112 नंबर पर फोन कर सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर आ गई। शिकायतकर्ता के अनुसार प्रवीण की मौत अस्पताल के डॉक्टर व स्टाफ की घोर लापरवाही के कारण हुई है।
होडल थाना प्रभारी महेंद्र सिंह के अनुसार मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उनकी जांच जारी है। मामले में डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही के बारे में जांच की जा रही है। लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर और स्टाफ का नाम पता लगाया जा रहा है। जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे।