रेवाड़ी। मुख्यमंत्री मनोहरलाल का जनसंवाद कार्यक्रम लोगों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है। बेशक सीएम का इस कार्यक्रम का उद्देश्य चाहे जो भी हो, लेकिन लोगों के वो काम आसानी से मौके पर ही हो रहे है , जो पिछले लंबे समय से अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगाने के बाद भी नहीं हुए थे। वैसे सीएम को लोगों की समस्याओं का निपटारा करने के साथ-साथ ऐसे अधिकारियों को जरूर सबक सिखाना चहिए था, जो लोगों को परेशान कर रहे थे। जनसंवाद कार्यक्रम के तीसरे दिन आज गांव गंगायचा अहीर व मामडिय़ा आसमपुर में कार्यक्रम हुआ। यहां लोगों, विशेषतौर पर महिलाओं ने अपनी कई समस्याएं रखी, जिनका मौके पर ही निपटारा करा दिया गया। यहां सम्मान भत्ता की सूची में नाम दर्ज कराने वाली महिलाओं की भीड़ लगी रही।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सबसे पहले वृद्धावस्था सम्मान भत्ता वाली महिलाओं के दस्तावेज एकत्रित कराए। इसी दौरान लक्ष्मी देवी नामक महिला का मात्र एक घंटे में वृद्धावस्था सम्मान भत्ता का प्रमाण पत्र भी मिला। सीएम ने उन्हें प्रमाण पत्र देने के साथ-साथ शॉल औढ़ाकर उनका सम्मान भी किया। इससे पहले कनीना मंडी में भडफ़ गांव की महिला संतोष देवी का मात्र एक घंटे में सम्मान भत्ता का प्रमाण पत्र सीएम ने बनवाकर दिया था। यह महिला वृद्धावस्था पेंशन बनवाने के लिए पिछले दस महीनों से अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगा रही थी, जबकि उसके पास सभी दस्तावेज भी उपलब्ध थे, लेकिन जनता के काम को बोझ समझने वाले अधिकारियों ने उसका काम लटकाए रखा। फिर किसी ने उसे सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम में अपनी समस्या रखने को कहा।
जब उसने सीएम के सामने अपना दुखड़ा रोया तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से संबंधित विभाग के अधिकारी को महिला का वृद्धावस्था सम्मान भत्ता का प्रमाण पत्र बनाने को कहा। और यह भी कहा कि तीन दिनों में यह बन जाना चाहिए। अधिकारियों की तत्परता देखो कि उन्होंने मात्र एक घंटे में महिला को प्रमाण पत्र बनाकर दे दिया, जिसे सीएम ने उसे सौंप दिया। महिला का सम्मान भत्ता प्रमाण पत्र एक घंटे में बना यह बेहद अच्छी बात है, लेकिन अभी तक की अधिकारियों द्वारा की गई लापरवाही पर किसी प्रकार का एक्शन नहीं लिया गया, जो कार्यक्रम में मौजूद लोगों को खल रहा था। लोगों का कहना था कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ एक्शन भी लेना चाहिए था।
गांव मामडिय़ा आसमपुर में बनाई चार लोगों की पेंशन
गांव मामडिय़ा आसमपुर में जन संवाद कार्यक्रम के तहत कुछ बुजुर्गों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी उम्र 60 साल हो चुकी है, लेकिन उसके बाद भी सम्मान भत्ता अर्थात पेंशन अभी तक नहीं बनी है। सीएम ने अधिकारियों को मौके पर बुलाकर गांव चीमनावास निवासी लालचंद व आसाराम तथा गांव ततारपुर निवासी भूपसिंह व लाली देवी की मौके पर पोर्टल के माध्यम से पेंशन बनवाकर उन्हें प्रमाण पत्र सौंपा। इस दौरान सीएम ने कहा कि विपक्षी दल कहते है , यह पोर्टल की सरकार है। उन्होंने कहा कि पोर्टल के माध्यम से ही आज एक घंटे में पेंशन बनकर तैयार हो गई है। सीएम ने कहा कि हम विकास के काम करते हैं, इसलिए समाज में हमारा सिर ऊंचा है। उन्होंने कहा कि पहले जनगणना के दौरान परिवारों की आधी अधूरी जानकारी मिल पाती थी, लेकिन अब प्रत्येक व्यक्ति का डाटा पीपीपी के जरिये सरकार के पास है। हमारी सरकार में पारदर्शिता दिखाई देती है।
बिना खर्ची व पर्ची के नौकरी लग रही है। भ्रष्टाचार हमें बर्दाश्त नहीं है। हमारी सरकार में कम पैसे में ज्यादा विकास हो रहा है। विकास का पैसा विकास पर लग रहा है, वरिष्ठ नेताओं की जेब में नहीं जाता। इस दौरान उन्होंने सरपंचों क समस्याएं सुनी और विकास कार्यों से संबंधित मांग पत्र भी प्राप्त किए। उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर मामडिय़ा गांव के बस अड्डे पर बसों के फेरे बढ़ाने के संबंधित अधिकारी को आदेश दिए। सभी तालाबों को नहरों के माध्यम से भरने के निर्देश दिए तथा क्षेत्र के गांव में सब हेल्थ सेंटर की जर्जर हुई बिल्डिंग को दोबारा बनाने, पशु अस्पताल बनाने के निर्देश देने के अलावा गांव बास-बटौड़ी में अंडरपास की जमीन के अधिग्रहण को लेकर किसानों की मांग को पूरा करते हुए उन्होंने 40 लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने के भी निर्देश दिए। सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारीलाल ने कहा कि हमारा प्रदेश विकास की ओर अग्रसर है। सीएम ने दिव्यांगों को ट्राई साईकिल व सुनने के लिए कान की मशीनें भी दी।