हरियाणा रोडवेज बसों के अंतर्राज्यीय (इंटरस्टेट) रूटों परअब यदि कोई यात्री बिना टिकट यात्रा करते हुए पाया जाऐगा तो इसके लिए परिचालकों को जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई की जाऐगी। राज्य परिवहन विभाग को लगातार शिकायते मिल रही थी कि बहुत से यात्री बिना टिकट के ही यात्रा कर रहे हैं। अब विभाग ने इसके लिए परिचालकों को जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों में कहा गया है कि यदि बस में बेटिकट यात्री मिले तो कंडक्टर पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हालांकि, विभाग के इस आदेश का रोडवेज कर्मचारियों ने विरोध भी शुरू कर दिया है। हरियाणा रोडवेज सर्व कर्मचारी संघ ने कहा है कि यह फरमान परिचालकों के खिलाफ अन्याय है, क्योंकि टिकट के जिम्मेदार यात्री खुद हैं। परिवहन निदेशालय की ओर से सभी महा प्रबंधकों को पत्र जारी किया गया है।
इस पत्र में कहा है कि मुख्यालय के निरीक्षण दल ने बसों में जांच की है, इस निरीक्षण दल ने बाकायदा लिखित में दिया है कि इंटरस्टेट मार्गों पर चेकिंग के दौरान कई बार पाया गया है कि कई यात्रियों को टिकट नहीं दी जाती हैं। इसलिए परिचालकों को निर्देश दिए जाएं कि वह हर यात्री से व्यक्तिगत रूप से टिकट के बारे में पूछेंगे।
निर्देश है कि यदि अंतरराजीय मार्गों पर निरीक्षण के दौरान यात्री बिना टिकट मिलते हैं तो परिचालक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा रोडवेज सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान जयपाल का कहना है कि कई रूटों पर यात्री ही टिकट नहीं लेते हैं। जिसकी वजह से परिचालकों को भी झगड़ा करना पड़ता है। कई यात्री जान बूझकर टिकट भी नहीं लेते हैं ऐसी स्थिति में परिचालकों पर दोषारोपण करके उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश पूरी तरह गलत है।