देश रोज़ाना: हरियाणा में सभी डॉक्टर अनिश्चितकालीन धरने पर चले गए है। बीते दिन सभी डॉक्टरों ने ओपीडी बंद रखी थी जिसके कारण मरीजों को काफी परशानी हुई थी। मरीजों की परेशानी को देखते हुए सभी डॉक्टरों की एक बैठक भी हुई लेकिन, कोई सहमति नहीं बन पाई। जिसके कारण आज भी डॉक्टर किसी भी मरीज का इलाज नहीं करेंगे।
डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी और ऑपरेशन ठप रहेंगे। किसी भी मरीज को इलाज नहीं मिलेगा। डॉक्टरों के आश्वासन के बावजूद इमरजेंसी सेवाएं भी बाधित रह सकती हैं। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के प्रधान डॉ. राजेश ख्यालिया ने कहा कि मांगों पर हमारा रुख स्पष्ट है। जब तक हमारी मांगों पर सरकार सहमति नहीं देती, तब तक हम हड़ताल से पीछे नहीं हटेंगे।
एसोसिएशन ने यह भी दावा किया कि डॉक्टरों की हड़ताल से राज्य की बिगड़ने वाली किसी भी स्थिति के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी। वहीं, सरकार ने सेवाओं को बाधित होने से बचाने के लिए एनएचएम और कंसलटेंट डॉक्टरों की सेवाएं लेगा। वहीं, सरकार हड़ताली डॉक्टरों पर शिकंजा भी कस सकती है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जन से हड़ताली डॉक्टरों की सूची मंगवा ली है। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने हड़ताली डॉक्टरों को आश्वासन भी दिया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के साथ उसे मनवाएंगे भी। मगर एसोसिएशन हड़ताल पर जाने के लिए तैयार रही।