प्रवेश चौहान, देश रोजाना
गुरुग्राम। डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि जिले को नशामुक्त करने में जिलवासी प्रशासन का सहयोग करें। जो लोग किसी भी किस्म का नशा करने के आदी हैं, उन्हें भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इस बारे में नौजवानों को अधिक से अधिक जागरूक करना चाहिए, ताकि वे नशे से दूर रह कर रोजगार की तरफ प्रेरित हों और प्रदेश व देश की तरक्की में अपना कीमती योगदान दें। डीसी निशांत कुमार यादव मंगलवार को लघु सचिवालय कॉन्फ्रेंस हॉल में मुख्य सचिव संजीव कौशल की वीडियो कांफ्रेंस उपरांत नार्को समन्वय कमेटी की समीक्षात्मक बैठक ले रहे थे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्वे करवाते हुए नशा करने वालों की पहचान करें और उनकी काउंसलिंग करवाएं। बैठक में डीसीपी क्राइम विजय प्रताप, सीटीएम दर्शन यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने इससे पहले कहा कि राज्य में नशे की समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए ड्रग्स की डिमांड और सप्लाई की कड़ियों को तोड़ने के लिए ड्रग तस्करों पर कड़ा शिकंजा कसा जा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मिले दिशानिर्देशों के अनुसार राज्य के अंदर चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा जिन केंद्रों में किसी भी तरह की अनियमितताएं पाई जा रही हैं या फिर केंद्रों में नाशयुक्त दवाइयों का दुरूपयोग किया जा रहा है ऐसे केंद्रों के लाइसेंस रद्द किए जा रहे हैं और इन केंद्रों के संचालकों पर कड़ी कार्यवाही भी की जा रही है। इसके अलावा सेवा विभाग के द्वारा नशा मुक्ति केंद्रों की कार्यप्रणाली पर नज़र रखने के लिए इस महीने के अंत तक ड्रग एब्यूसिग मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार कर लिया जाएगा।