Friday, November 22, 2024
26.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeHARYANAGurugramबादशाहपुर गांव के लिए बोझ बने भाजपा समर्थक स्थानीय विधायक व सरकार...

बादशाहपुर गांव के लिए बोझ बने भाजपा समर्थक स्थानीय विधायक व सरकार : राजेश यादव

Google News
Google News

- Advertisement -

प्रवेश चौहान, देश रोजाना
गुरुग्राम। 60 हजार की आबादी वाला ऐतिहासिक गांव बादशाहपुर जो विधानसभा क्षेत्र भी है, आज बदहाल है। गांव के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे है। भाजपा सरकार के जनप्रतिनिधियों ने इसकी उपेक्षा की व भाजपा सरकार के संरक्षण में विधायक, निगम अधिकारी व ठेकेदार आपस में मिलकर इसे जमकर लूट रहे हैं। यह आरोप कांग्रेस के ओबीसी विभाग के पूर्व राष्टीय प्रवक्ता राजेश यादव ने लगाया। उन्होंने कहा कि बादशाहपुर विधायक और भाजपा सरकार गांव के लिए बोझ बन गए है। पिछले 4 सालों में इन्होने गांव में विकास कार्य करवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। अब चुनाव नजदीक है तो उन्होंने गांव में अपने बड़े पोस्टर लगवा दिए है, जिसमे लिखा है राजनीति नहीं कार्यनीति। उनके पोस्टर पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि विधायक की कार्यनीति विकास नहीं बल्कि राजनीति से व्यापार, पैसा कमाने की नीति व जनहित के काम ना करने की नीति है।

स्थानीय विधायक द्वारा बादशाहपुर गांव में लगाए गए पोस्टर के साथ कांग्रेस नेता राजेश यादव।

राजेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार गांव के विकास कार्यों के लिए करोडों रुपये खर्च करने का दावा कर रही है, इसके बावजूद गांव बदहाल है। गांव की गलियां टूटी हुई है। गंदा पानी गलियों में भरा हुआ है। लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं लेकिन निगम अधिकारियों के कानों पर जूं भी नहीं रेंगती। ठेकेदारों ने जो काम किया है उसमें भी घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया है। निगम की सैंकड़ो एकड़ जमीन गांव में होने के बावजूद मात्र 200 गज के किराए के भवन में स्वास्थ्य केंद्र चल रहा है। गांव में करीब 175 एकड़ की सरकारी जमीन होने के बावजूद भी कोई पार्क नहीं है।

राजेश यादव ने बताया कि बादशाहपुर के सैक्टर-67 में सरकारी हस्पताल के लिए आठ एकड़ जमीन आरक्षित है। सीएम ने इस पर हस्पताल बनाने की घोषणा की व 2017 में तत्कालीन विधायक ने इसका शिलान्यास भी कर दिया लेकिन आज तक वहां एक ईंट नहीं लगी। वहीं गरीब परिवारों के समारोह आदि के लिए बने कम्यूनिटी सैंटर में तहसील खोल दी गई। यहां चार सरकारी स्कूल है जिन्हें बड़े पैमाने पर पुनर्निमाण की जरुरत है तथा अध्यापकों का भारी अभाव है लेकिन इस ओर ना विधायक का ध्यान है और ना भाजपा सरकार का। अपनी छवि चमकाने के लिए सरकार ने गांव में लाखों रुपयों की लागत से कई शौचालय ऐसी जगह बनवा दिए जहां उनका कोई उपयोग नहीं है जबकि बादशाहपुर का बाजार जहां शौचालयों की जरुरत है, वहां उनका निर्माण नहीं किया जा रहा।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

PM Modi: भारत कभी ‘विस्तारवादी मानसिकता’ के साथ आगे नहीं बढ़ा: मोदी

PM Modi Asserts India Has Never Followed Expansionist Mentality: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 नवंबर को गुयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित...

Bihar business connect 2024: निवेशकों के लिए एक नया अवसर, 19 दिसंबर से आगाज

बिहार सरकार ने राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। 19 और 20 दिसंबर को पटना में...

इंडिया गेट पर तौलिया लपेटकर डांस करने वाली लड़की का वीडियो वायरल, लोगों ने की कार्रवाई की मांग

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक लड़की इंडिया गेट के सामने तौलिया लपेटकर डांस करती नजर आ रही है।...

Recent Comments